चंडीगढ़: हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त और विकास निगम की ओर से साल 2020-2021 के दौरान जुलाई महीने तक 445 लाभार्थियों को 322.27 लाख रुपये की वित्तीय सहायता राशि दी गई है, जिसमें से 29.24 लाख रुपये की राशि सब्सिडी के तौर पर शामिल है. ये जानकारी हरियाणा के अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने दी है.
बनवारी लाल ने बताया कि कृषि और कई दूसरे क्षेत्रों में संचालित की जा रही योजनाओं में दूध उत्पादन योजना के तहत 254 लाभार्थियों को 143.20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है, जिसमें 12.91 लाख रुपये की सब्सिडी शामिल है. उन्होंने बताया कि भेड़ पालन के तहत 3 लाभार्थियों को 2.40 लाख रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई गई है, जिसमें 30 हजार रुपये की सब्सिडी शामिल है.
इसी तरह, सुअर पालन के तहत 3 लाभार्थियों को 1.70 लाख रुपये की वित्तीय सहायता मुहैया करवाई गई है, जिसमें 30 हजार रुपये की सब्सिडी शामिल है. उन्होंने बताया कि झोटा बुगी, ऊंट गाड़ी और खच्चर गाड़ी जैसी योजना के तहत 3 लाभार्थियों को 2.20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है, जिसमें 30 हजार रुपये की सब्सिडी शामिल है.
अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में 9 लाभार्थियों को 7.20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है, जिसमें 90 हजार रुपये की सब्सिडी शामिल है. इसी तरह बिजनेस सेक्टर में 157 लाभार्थियों को 116.38 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है, जिसमें 14.13 लाख रुपये की सब्सिडी शामिल है.
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इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त और विकास निगम (एनएसएफडीसी) सहायता प्राप्त योजनाओं के अंदर आने वाली लघु व्यवसाय योजना के तहत 15 लाभार्थियों को 41.20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है, जिसमें 40 हजार रुपये की सब्सिडी शामिल है.