चंडीगढ़: हरियाणा ने देश को एक से बढ़कर एक खिलाड़ी दिए ये तो हम सभी जानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हरियाणा में एक से बढ़कर एक दिग्गज फिल्मी सितारों का जन्म भी हरियाणा में ही हुआ है. कुछ दिग्गज ऐसे भी हैं जिनका हरियाणा से गहरा नाता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं इन दिग्गजों के बारे में. जानें ऐसे कौन-कौन से फिल्मी सितारे हैं, जनिका जन्म हरियाणा में हुआ. या फिर जिनका संबंध हरियाणा से रहा है.
सुनील दत्त: सुनील दत्त का जन्म 6 जून 1929 को ब्रिटिश भारत में पंजाब राज्य के झेलम जिले के खुर्दी नामक गांव में हुआ था. यह गांव अब पाकिस्तान में है. भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान उनका परिवार भारत आ गया था. जिसके बाद उनका परिवार हरियाणा के यमुनानगर जिले में रहने लगा. यहां से वो लखनऊ और फिर वहां से मुंबई चले गए. गरीब परिवार में जन्मे सुनील दत्त के संघर्ष की कहानी उनके जन्म के साथ ही शुरू हो गई थी.
जब सुनील दत्त महज 5 साल के थे तभी उनके पिता की मौत हो गई. पिता के निधन के बाद मां ने ही सुनील दत्त की परवरिश की.सुनील दत्त ने मुम्बई के जय हिन्द कॉलेज में दाखिला लिया और जीवन यापन के लिये बस में कंडक्टर की भी नौकरी की. कॉलेज के बाद सुनील दत्त ने रेडियो जॉकी की नौकरी शुरू की. उनका किस्मत तब चमकी जब 1955 में उन्हें पहली नौकरी मिली. फिल्मी दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले सुनील दत्त अपने जीवन में राजनीति के क्षेत्र में भी काफी एक्टिव रहे.
यशपाल शर्मा: बॉलीवुड अभिनेता यशपाल शर्मा का जन्म 1 जनवरी 1965 को हरियाणा के हिसार शहर के एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था. इनके पिता प्रेमचन्द्र शर्मा हरियाणा के लोक निर्माण विभाग में काम करते थे. शुरुआती दिनों में यशपाल अपने परिवार के साथ हिसार शहर के राजगढ़ सड़क के पास स्थित कनाल कॉलोनी में रहते थे. इनके भाई घनश्याम शर्मा ने हमेशा से ही यशपाल को अभिनय करने के लिए प्रोत्साहित किया. यशपाल को बचपन से ही अभिनय रुचि थी. स्कूली शिक्षा के बाद यशपाल ने 1994 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, मंडी हाउस, नई दिल्ली से स्नातक की उपाधि प्राप्त की.
इन्होंने थियेटर में 'कोई बात चले' नाटक में मुख्य किरदार निभाया. सुधीर मिश्रा की 2003 में बनी फिल्म 'हजारों ख्वाइशें ऐसी' के रणधीर सिंह के किरदार से यशपाल शर्मा काफी मशहूर हुए. इसके अलावा इन्होंने लगान (2001), गंगाजल (2003), अब तक छप्पन (2004), अपहरण (2005), सिंह इज़ किंग (2008), आरक्षण (2011) और राउडी राठौड़ (2012) में भी दमदार अभिनय किया.
जयदीप अहलावत: अभिनेता जयदीप अहलावत का जन्म हरियाणा के रोहतक जिले के खरकड़ा गांव में एक जाट परिवार में हुआ. जयदीप ने अभिनय के क्षेत्र में अपनी स्नातक की शिक्षा भारतीय फिल्म और टेलिविजन संस्थान से 2008 में पूरी की. जयदीप ने बॉलीवुड में अक्षय कुमार निर्मित फिल्म आक्रोश (2010) से अभिनय की शुरूआत की. हालांकि जयदीप अहलावत का दमदार अभिनय अनुराग कश्यप की 'फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर' (2012) में शाहिद के रूप में रहा.
रणदीप हुड्डा: बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा का जन्म 20 अगस्त 1976 को हरियाणा के रोहतक जिले में जाट परिवार में हुआ. रणदीप ने विद्यार्थी जीवन में ही अभिनय क्षेत्र में कदम रख दिया था. ऑस्ट्रेलिया के मेलबॉर्न में अपनी शिक्षा पूरी कर के रणदीप हुड्डा भारत वापस आ गए और मॉडल और रंगमंच अभिनेता के रूप में काम की शुरुआत की. रणदीप हुड्डा ने अपनी बॉलीवुड करियर की शुरुआत साल 2001 की मीरा नायर की 'मॉनसून वेडिंग' फिल्म से की. इसके चार साल बाद यानी 2005 में राम गोपाल वर्मा की फिल्म डी में अपने किरदार के लिए रणदीप हुड्डा की काफी तारीफ हुई. इसके अलावा हुड्डा ने 'वन्स अपऑन अ टाइम इन मुम्बई', 'साहिब, बीवी और गैंगस्टर', 'जन्नत 2' और 'रंग रसिया' में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
सतीश कौशिक: अभिनेता सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1956 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में हुआ था. सतीश कौशिक को राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (1978), फिल्मफेयर पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ परफॉरमेंस इन ए कॉमिक रोल) से नवाजा जा चुका है.
सोनू निगम: मशहूर बॉलीवुड प्ले बैंक सिंगर सोनू निगम का जन्म 30 जुलाई 1973 को हरियाणा के फरीदाबाद में हुआ. सोनू निगम हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गायक हैं. वे हिन्दी के अलावा कन्नड़, उड़िया, तमिल, असमिया, पंजाबी, बंगाली, मराठी सहित कई भाषा में गाना गा चुके हैं. सोनू निगम ने रफी की यादें नामक एल्बमों के लिए मोहम्मद रफी के गाने गाना शुरु किया. सोनू ने अपना पहला गीत फिल्म जनम के लिए गाया, जो कि कभी औपचारिक तौर पर रिलीज नहीं हुआ. सोनू ने अपना पहला गाना दूरदर्शन के धारावाहिक तलाश (1992) के लिए गाया. इसके बाद फिल्म आजा मेरी जान (1993) के गाने ओ आसमान वाले जमीं पर से बॉलीवुड में कदम रखा. बड़ी सफलता उन्हें तब मिली जब उनका गाना अच्छा सिला दिया तुने मेरे प्यार का रिलीज हुआ. अब सोनू भारतीय संगीत जगत में एक प्रमुख हस्ती बन चुके हैं.
जतिन ललित: जतिन ललित हिंदी फिल्मों में संगीतकार की जोड़ी है. जतिन पंडित और ललित पंडित का संबंध हरियाणा से है. दोनों के गांव का नाम पीली मंदोरी है. जो भट्टू कलां विधानसभा फतेहाबाद में आता है. इनके चाचा पंडित जसराज हैं. और अभिनेत्री सुलशक्षणा पंडित और विजयता पंडित उनकी बहनें हैं. जतिन ललित की पहली फिल्म जिसमें उन्होंने संगीत दिया था. वो थी साल 1991 में रिलीज हुई यारा दिलदारा. इस फिल्म का एक गाना बिन तेरे सनम काफी पंसद किया गया था. इसके बाद इन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. दोनों को फिल्मफेयर पुरस्कार के सर्वश्रेष्ठ संगीतकार की श्रेणी में 11 बार नामित किया, लेकिन वो ये पुरस्कार एक बार भी नहीं जीत पाए. साल 2006 में दोनों भाई ने जोड़ी तोड़ दी.
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