चंडीगढ़: चंडीगढ़ में सोमवार को पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली और सरपंचों के प्रतिनिधि मंडल के बीच ई टेंडरिंग की मांगों को लेकर बैठक हुई. सरपंच 29 मांगों का अपना मांग पत्र लाए थे. जिसमें खासतौर पर ई टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल के फैसले पर सरकार से बातचीत होनी थी. लेकिन आज सरकार और सरपंचों की बैठक बेनतीजा रही.
सीएम आवास का घेराब करेंगे सरपंच- बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए सरपंचों ने कहा कि उनकी इस बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई है. उन्होंने कहा कि 1 मार्च को सीएम आवास का घेराव करेंगे. उनका कहना है कि मंत्री ने बैठक में उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने कहा है कि उनकी मांगों को लेकर सीएम और कैबिनेट की बैठक में चर्चा की जाएगी.
देवेंद्र बबली की दो टूक- बैठक बेशक बेनतीजा रही लेकिन पंचायत मंत्री एक बहुत बड़ा बयान मीडिया के सामने दे गए. पंचायत मंत्री से जब सवाल किया गया कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ और उनकी ही पार्टी के जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने उनके बयानों को लेकर सवाल खड़े किए हैं. तो इस पर मंत्री देवेंद्र बबली ने कहा कि वे संगठन के लोग हैं. वह संगठन चलाएं सरकार चलाना हमारा काम है. हम चुने हुए प्रतिनिधि हैं. सरकार चलाना हमारा काम है, सरकार सीएम और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के मार्गदर्शन में चल रही है.
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हालांकि इससे पहले बैठक के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए पंचायत मंत्री ने कहा कि सरपंच साहिबान के पिछले दिनों से फोन आ रहे थे, कि हल निकालें. 10 मांगें रखी गई है. इसको लेकर आश्वाशन दिया है, कि इसको मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे, पंचायतों के मान देह समेत कई मांग रखे गए है. मांगों को सुना भी है और फीड बैक भी लिया गया है. उन्होंने कहा कि सभी से अनुरोध किया है, कि जनहित मे जो फैसला लिया है. उसमें सहयोग की अपील सभी सरपंचों से बात की गई है. ई टेंडरिंग वापिस लेने के सवाल पर कहा कि ये फैसला सरकार का रहेगा, जल्द मुख्यमंत्री से मुलाकात करूंगा. पंचायत मंत्री ने कहा कि मैंने किसी भी सरपंच के मान को ठेस नही पहुंचाई है.
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