पंचकूला: हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (HCMS) के डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने के बाद शनिवार से पंचकूला सेक्टर-6 जिला अस्पताल में सभी स्वास्थ्य सेवाएं बहाल हो चुकी हैं. इससे अस्पताल पहुंचने वाले मरीज और उनके तीमारदारों को बड़ी राहत मिली है. अस्पताल में ओपीडी/आईपीडी संचालित होने समेत सभी तरह के मेडिकल टेस्ट भी हो रहे हैं. इमरजेंसी में भी डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ मरीजों के इलाज में जुटे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से 1 जनवरी को है मीटिंग- HCMS एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. राजेश ख्यालिया के नेतृत्व में 1 जनवरी 2024 को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मीटिंग होनी है. डीजी हेल्थ हरियाणा की डॉक्टरों की स्वास्थ्य मंत्री से मीटिंग के आश्वासन के बाद ही एसोसिएशन हड़ताल खत्म करने पर सहमत हुआ था. जिसके बाद आज जिला अस्पताल का संपूर्ण कामकाज सुगम तरीके से जारी है. स्वास्थ्य मंत्री कह चुके हैं कि प्रदेश में सरकारी अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए पूरी तैयारी है.
ओपीडी में सीनियर डॉक्टर कर रहे उपचार- ओपीडी में सीनियर डॉक्टर चेस्ट/टीबी, स्किन, सायकेट्री और अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का उपचार कर रहे हैं. जबकि एक्सरे, एमआरआई समेत अन्य सभी प्रकार के टेस्ट भी हो रहे हैं. अस्पताल पहुंचे मरीजों से इलाज संबंधी बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्हें इलाज के लिए आज किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई. अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर समेत ओपीडी, विभिन्न वार्डों और अन्य यूनिट का दौरा करने पर मरीजों की भीड़ भी नहीं दिखी. नतीजतन सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं सुगम तरीके से जारी रही.
27 और 29 दिसंबर को थी हड़ताल- HCMS के डॉक्टर पहले बीती 27 दिसंबर को हड़ताल पर गए थे, फिर 29 दिसंबर को भी हड़ताल जारी रखी। दोनों दिन ओपीडी व मेडिकल टेस्टों के लिए अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों व उनके तीमारदारों की भारी भीड़ लगी थी। लेकिन यह भी देखा गया कि ओपीडी सेवा ठप होने के बावजूद रजिस्ट्रेशन काउंटर के कर्मचारी मरीजों के मेडिकल कार्ड बनाने में जुटे रहे थे। नतीजतन मरीजों के कार्ड तो बने लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल सका था.
स्वास्थ्य मंत्री से मीटिंग के बाद होगा फैसला- HCMS एसोसिएशन की सभी मुख्य मांगों को स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज 1 जनवरी को मीटिंग करेंगे. इस मीटिंग के बाद ही आगे की हड़ताल को लेकर स्थिति साफ हो सकेगी. मांगें स्वीकार नहीं होने पर एसोसिएशन का फैसला भी 1 जनवरी की मीटिंग के बाद ही तय होगा.
डॉक्टरों की मुख्य मांगें- डॉक्टर ने जिन चार प्रमुख मांगों को हरियाणा सरकार के सामने रखा है उनमें, विशेषज्ञ डॉक्टर का कैडर गठित करने, एसएमओ की सीधी भर्ती पर रोक लगाने, ACP मुद्दा और पीजी बॉन्ड राशि एक करोड़ से घटाकर 50 लाख रुपए किया जाना शामिल है.
ये भी पढ़ें- पानीपत में शव भी कर रहे डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने का इंतजार
ये भी पढ़ें- हरियाणा में डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द, हड़ताल से निपटने के लिए 3 हजार डॉक्टर तैनात
ये भी पढ़ें- हरियाणा में सभी स्वास्थ्य सेवाएं बहाल, 1 जनवरी को स्वास्थ्य मंत्री करेंगे अहम बैठक