चंडीगढ़: हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव (haryana dgp manoj yadava) ने हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर मांग की है कि उन्हें वापस इंटेलिजेंस ब्यूरो (intelligence bureau) में ड्यूटी के लिए जाने दिया जाए. मनोज यादव ने हरियाणा सरकार से अनुमति देने के लिए अनुरोध किया है. डीजीपी हरियाणा पुलिस के ट्विटर अकाउंट से इसको लेकर ट्वीट भी किया गया है.
डीजीपी मनोज यादव ने लिखा, 'पिछले 28 महीनों से मैंने हरियाणा के नागरिकों की सेवा में डीजीपी के रूप में अपनी क्षमता के अनुसार कर्तव्यों का निर्वहन किया है. अब मैं करियर और पारिवारिक आवश्यकताओं के कारण इंटेलिजेंस ब्यूरो में वापस जाना चाहता हूं. मैंने हरियाणा सरकार (haryana government) से मुझे वापस जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया है.'
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डीजीपी मनोज यादव की अधिकतम सेवा आईबी में पूरी हुई है. यादव का रिटायरमेंट 2025 में होना है. उससे पहले उनका आईबी में वापस जाना जरूरी है, लेकिन ये प्रदेश सरकार पर है कि वो यादव को कब वापस भेजे.
मनोज यादव की नियुक्ति की प्रक्रिया
मनोज यादव को हरियाणा में डीजीपी नियुक्त करने से पहले हरियाणा सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखा था कि उन्हें उनके मूल कैडर में भेज दिया जाए. केंद्र ने उन्हें कुछ समय के लिए हरियाणा सरकार में सेवाएं देने की अनुमति के साथ भेजा था. जिसमें सेवा का न्यूनतम समय दो वर्ष है. अधिकतम 2025 से पहले कभी भी हो सकता है. बता दें कि 2 मार्च, 2021 को केंद्र सरकार मनोज यादव को हरियाणा में ड्यूटी करने के लिए एक साल का एक्सटेंशन दिया था.
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