चंडीगढ़: शुक्रवार, 25 अगस्त 2023 से हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र की तीन दिनों की कार्यवाही शुरू हो गई है. 3 दिन के इस सत्र के हंगामेदार रहने के आसार बने हुए हैं. विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को सदन में घेरने की तैयारी में है. मसला चाहे नूंह हिंसा का हो, सीईटी परीक्षा में युवाओं के साथ हो रहे खिलवाड़ का हो, बाढ़ की वजह से किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा देने का हो या फिर परिवार पहचान पत्र और पोर्टल का हो. इन सभी मुद्दों पर विपक्ष सदन में आक्रामक रुख दिखाने की तैयारी में है.
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विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर कांग्रेस पार्टी की क्या तैयारी है, इसको लेकर ईटीवी भारत ने पार्टी की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी से बातचीत की. इस बातचीत में उन्होंने विधानसभा में उठाए जाने वाले मुद्दों के साथ-साथ अन्य मुद्दों पर भी अपनी बात रखी.
सवाल- तीन दिन के सत्र में कांग्रेस पार्टी किन मुद्दों को उठाने जा रही है?
जवाब- सत्र तो यह सिर्फ नाम का है तीन दिन में हम क्या कर पाएंगे ? क्या बिजनेस उसमें लगेगा ? यह सब खानापूर्ति की बात है. हालांकि फिर भी मैंने कांग्रेस की तरफ से एक एडजोरमेंट मोशन दिया है, बेरोजगारी चरम पर है युवा हताश हैं और मां-बाप परेशान हैं. हमने सीईटी और बेरोजगारी के मुद्दे पर ध्यान आकर्षण प्रस्ताव दिया है.
फसल खराब है, जिसमें सुंडी का प्रकोप है उसको लेकर कॉलिंग अटेंशन भी लगाया है. इसकी वजह से खासतौर पर बाजरे की फसल पर कई जिलों में किसानों को नुकसान हुआ है. उसकी अभी तक स्पेशल गिरदवारी के कोई आदेश नहीं दिए गए हैं. किसानों को कपास की फसल के हुए नुकसान का मुआवजा नहीं दिया गया. अभी तक बाढ़ की वजह से किसानों को हुए नुकसान की भी गिरदावरी नहीं की गई है.
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इसके साथ ही मैं कानून व्यवस्था के मामले को लेकर भी कॉलिंग अटेंशन लगाया है. जिसमें खास तौर पर नूंह हिंसा पर चर्चा की जानी चाहिए जो कुछ भी वहां हुआ वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. इस हिंसा की सिटिंग जज से जांच करवाई जानी चाहिए.
सवाल- नूंह में जो कुछ हुआ, बुलडोजर की कार्रवाई हुई ,उसके बाद अब जिस तरीके से पुलिस मुठभेड़ की कार्रवाई कर रही है उसे आप कैसे देखती हैं?
जवाब- सरकार और पुलिस जो कार्रवाई करना चाहती है वह करे. जब सरकार को सीआईडी की रिपोर्ट थी कि इस तरह की हिंसा वहां हो सकती है, तो सरकार चुप क्यों बैठी रही? इसका क्या मकसद था? इसका मतलब यह हुआ कि आप ऐसे अवांछित तत्वों को खुली छूट दे रहे हैं. फिर सरकार नाम की तो कोई चीज नहीं रह गई. सरकार विकास के लिए बनती है जनता के हित के काम करने के लिए बनती है, कानून व्यवस्था को कायम रखने की उसकी जिम्मेदारी होती है. जब आप इन तीनों फ्रंट पर फेल हैं तो फिर सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह जाती है.
सवाल- भारतीय कुश्ती संघ पर विश्व कुश्ती संघ ने कार्रवाई की है इस पर आप क्या कहेंगी?
जवाब- हरियाणा के लिए कुश्ती अहम खेल है. हमारे खिलाड़ी अपना हुनर दिखाते हैं. यह जो कार्रवाई हुई है यह हमारे लिए बहुत ही शर्म की बात है. इस कार्रवाई के पीछे सबसे बड़ा कारण कुश्ती खिलाड़ियों की अनदेखी की भी है. हम सब ने देखा है कि, हरियाणा की कुश्ती खिलाड़ियों के साथ क्या-क्या हुआ है. उनको कितने महीनों तक जंतर मंतर पर धरना देना पड़ा. सरकार को देखना होगा कि, यह हमारे लिए कितनी शर्म की बात है, खासतौर पर रेसलिंग एसोसिएशन के लिए.
सवाल- भिवानी में अपने जिस तरह का कार्यक्रम किया था, क्या आने वाले दिनों में भी ऐसे कार्यक्रम करने जा रही हैं?
जवाब- भिवानी हो, महेंद्रगढ़ हो या दादरी हो, इन सारे जिलों में लोगों का मुझ पर और मेरी बेटी श्रुति चौधरी पर आशीर्वाद है. एक आवाज पर हमारी जनता उठकर खड़ी हो जाती है. यह हमारी कर्म भूमि भी है और गौरव भूमि भी है. हम अपने लोगों के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं.
सवाल- जब आप, कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला एक साथ होते हैं तो यह सवाल उठता है कि आप लोग हुड्डा गुट के खिलाफ एक मोर्चा खड़ा कर रहे हैं?
जवाब- हम तीनों नेताओं ने बीड़ा उठाया है कि जनता की जो आवाज है, केंद्र हो या राज्य सरकार, इनके 10 साल के शासन के उपरांत ऐसे कई मुद्दे हैं जिनसे जनता त्रस्त है. बीजेपी के शासन काल में कोई भी वर्ग संतुष्ट नहीं है. वे अब सिर्फ समय देख रहे हैं कि किस तरह से इस सरकार को बाहर किया जाए. हम तीनों ने जनता के मुद्दों को उठाने का बीड़ा उठाया है. विपक्ष के सक्षम नेता होने के नाते यह हमारा दायित्व बनता है. हम तीनों जगह-जगह पर इन मुद्दों को लेकर जनता की आवाज उठा रहे हैं. हम अपने कार्यक्रम पूरे हरियाणा में इसी तरह जारी रखेंगे. इसके साथ ही मैंने खुद कार्यकर्ता के द्वारा 6-7 कार्यक्रम अभी तक कर लिए हैं. हम जनता की आवाज को लगातार उठा रहे हैं.