चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा(kumari selja) ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार ने मरीजों को दी जाने वाली मेडिकल किट्स को लेकर जो घोषणा की है, वो सही नहीं है. इन घोषणाओं के माध्यम से सरकार लोगों को गुमराह कर रही है और अब सरकार इसका सही ब्यौरा भी नहीं दे रही है.
कुमारी सैलजा ने कहा कि 8 मई को हरियाणा सरकार ने घोषणा की थी कि कोरोना संक्रमित मरीज जो होम आइसोलेशन में उपचार करवा रहे हैं, उनके घर पर पांच हजार रुपये की कीमत वाली मेडिकल किट पहुंचाई जाएंगी. उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सिरसा प्रशासन भी मेडिकल किट बंटवा रहा है, उस मेडिकल किट की कीमत 815 रुपये है. हरियाणा सरकार जिस किट की कीमत 5 हजार रुपये बता रही है, वैसी ही किट सिरसा में 815 रु में वितरित की जा रही है.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में कोरोना मरीजों का इलाज जनता की पहुंच से बाहर, राजस्थान के तर्ज पर रेट तय करे सरकार: सैलजा
सैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार इस महामारी में भी झूठ का सहारा ले रही है और इस मेडिकल किट को लेकर की गई घोषणा में बड़ा गड़बड़झाला नजर आ रहा है. इससे दुखद कुछ नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नीयत में कोई खोट नहीं है तो उसे मेडिकल किट का पूरा ब्यौरा और हिसाब जनता के समक्ष रखना चाहिए.
ये भी पढ़ें: Haryana Lockdown Update: हरियाणा में 7 जून तक बढ़ा लॉकडाउन, इन शर्तों के साथ खुलेंगे शॉपिंग मॉल
कुमारी सैलजा ने कहा कि जो मेडिकल किट सरकार द्वारा वितरित की जा रही हैं, वो भी मरीजों तक नहीं पहुंच रही है. यदि ये मेडिकल किट मरीजों तक पहुंच रही होती तो प्रदेश की समाजसेवी संस्थाओं को मरीजों को मेडिकल किट वितरित करने की जरूरत ही नहीं पड़ती.
पतंजलि को लाभ पहुंचाना चाहती है सरकार: सैलजा
कुमारी सैलजा ने इस बात पर भी हैरानी जताई है कि सरकार पतंजलि से एक लाख कोरोनिल किट खरीद रही है. उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही प्रदेश सरकार ने एक और नया ड्रामा रचा है. हरियाणा सरकार पतंजलि से एक लाख किट खरीदने जा रही है. सरकार इस कदम से सीधे-सीधे पतंजलि को लाभ पहुंचाने जा रही है. ये किट पहले ही सवालों के घेरे में है.
ये भी पढ़ें: Farmers Protest: बबीता फौगाट की गाड़ी के आगे लेट गए किसान और दिखाए काले झंडे, खूब हुआ बवाल
हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार खुद कह रही है कि कोरोना के मामलों में बहुत तेजी से कमी आ रही है तो फिर सरकार किसके लिए इतनी बड़ी संख्या में किट खरीदने जा रही है, ये बड़ा सवाल है और सरकार इसको लेकर भी स्थिति स्पष्ट करे.