चंडीगढ़: बरोदा उपचुनाव को लेकर हरियाणा में सियासत गरमाती जा रही है. सभी नेता आए दिन बैठकें कर रहे हैं. सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई. इस बैठक में बरोदा उप चुनाव जीनते की रणनीति पर मंथन किया गया. इस बैठक में विधायक किरण चौधरी और कुलदीप वत्स डिजिटल माध्यम से जुड़े और अपने विचार साझा किए.
कांग्रेस की रणनीति
इस दौरान विधायकों को संबोधित करते हुए भूपेंद्र हु्ड्डा ने कहा कि बरोदा की जनता पूरी तरह से कांग्रेस पार्टी के साथ खड़ी है. क्योंकि कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान बरोदा में खूब विकास के कार्य हुए हैं, लेकिन बीजेपी के पास गिनाने के लिए कोई भी काम नहीं है. बैठक में एक-एक करके सभी विधायकों ने अपने सुझाव भी दिए.
कांग्रेस की धमाकेदार शुरुआत
बैठक में आदमपुर से विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री खट्टर को चुनौती देकर दमदार शुरुआत की है. इससे पार्टी के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ा है. इसी जोश, एकजुटता और रणनीतिक प्रबंधन के साथ कांग्रेस इस चुनाव को जीतेगी.
किरण चौधरी ने कहा कि आज प्रदेश की जनता बीजेपी से पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है इससे जनता को निजात दिलाने की जिम्मेदारी कांग्रेस की है. इसलिए कांग्रेस को बरोदा उप चुनाव पर धमाकेदार जीत दर्ज करनी है. वहीं रघुवीर कादियान ने कहा कि जनता आज महंगाई, अपराध, बेरोजगारी और घोटाले से परेशान है. इस चुनाव में बीजेपी की नाकामियों को जनता के सामने रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनाव में कांग्रेस की जीत तो तय है, लेकिन हमें जीत का अंतर इतना बड़ा देना है कि बीजेपी दूर-दूर तक मुकाबले में नजर ना आए.
दीपेंद्र हुड्डा हो सकते हैं उप चुनाव के इंजार्ज
बैठक में कई विधायकों ने राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को बरोदा उप चुनाव का इंचार्ज बनाने का सुझाव भी दिया. विधायकों का कहना है कि हलके में दीपेंद्र हुड्डा की पकड़ मजबूत है. तमाम नौजवान उनसे जुड़े हुए हैं. इसलिए वे पूरे चुनाव को अच्छे से मैनेज कर पाएंगे. इस मौके पर राव दान सिंह ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए बीजेपी सरकार हर तरह के हथकंडे अपनाएगी. इसलिए बीजेपी को मजबूती से जवाब देना होगा.
कांग्रेस बना सकती है शैडो कैबिनेट
बैठक में वरुण मुलाना ने एक शैडो कैबिनेट बनाने का सुझाव रखा. सभी विधायकों ने इस पर सहमति जताई और कहा कि शैडो कैबिनेट के जरिए तमाम सरकारी महकमों की कारगुजारियों को जनता के सामने अच्छे से एक्सपोज किया जा सकेगा. इससे सरकार की विफलताओं के बारे में जनता को बेहतर तरीके से पता चल पाएगा.
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बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष ने पत्रकार वार्ता को भी संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की चीज नजर नहीं आती है. क्योंकि हरियाणा बेरोजगारी, अपराध और घोटालों से घिरा हुआ है. प्रदेश में ना आमजन सुरक्षित है और ना ही पुलिस वाले. बर्खास्त पीटीआई के मुद्दे पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दोहराया कि सरकार को इनका रोजगार बचाने के लिए अपनी विधाई शक्तियों का इस्तेमाल करना चाहिए, लेकिन सरकार अगर ऐसा नहीं करती है तो कांग्रेस की सरकार बनने पर इन्हें रोजगार अवश्य दिया जाएगा.
क्या होती है शैडो कैबिनेट?
जैसे पेड़ और इंसान की छाया होती है. वैसी ही कैबिनेट की छाया के लिए शैडो कैबिनेट का नाम दिया है. हर राज्य सरकार की कैबिनेट होती है. इनके काम की देख- रेख का काम शैडो कैबिनेट करती है. ये कोई संवैधानिक पद नहीं है और न ही कोई मंत्रालय. ऐसा भी कह सकते हैं कि मंत्रियों के काम का लेखा-जोखा रखना. जनता को मंत्रियों के काम की जानकारी देना. ये सब काम शैडो कैबिनेट करती है.