चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए जिलों में सेफ कैंप बनाकर इन मजदूरों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था की जाए.
हर प्रवासी मजदूर की होगी जांच
सीएम ने कहा है कि सेफ कैंपों में इन सभी मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच की जाए, ताकि अगर कोई भी व्यक्ति अगर कोरोना के संक्रमण की चपेट में आया हो, तो उसकी समय रहते जांच हो सके और उसे क्वारंटाइन किया जा सके.
उन्होंने ये भी निर्देश दिए कि अधिकारी अपने-अपने जिलों की सीमाओं पर नाकाबंदी करके ऐसे सभी मजदूरों को आगे बढ़ने से रोकें और इन्हें सेफ कैंपों में रहने के लिए प्रोत्साहित करें.
सीएम का अधिकारियों को सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वो अपने-अपने जिलों में ऐसे प्रवासी मजदूरों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखें. सीएम ने कहा है कि ऐसे श्रमिकों को ये समझाया जाए कि वो सेफ कैंपों में रहें और इन्हें खाना, चिकित्सा व अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी.
सीएम की उद्योगपतियों से अपील
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अधिकारी अपने-अपने जिलों में उद्योगपतियों से अनुरोध करें कि व उनके कारखानों और औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले श्रमिकों के रहने और भोजन की व्यवस्था करें और श्रमिकों को किसी भी हाल में जाने के लिए ना कहा जाए.
प्रवासी मजदूरों को 1 हजार रुपये की वित्तीय सहायता
मुख्यमंत्री ने गरीब लोगों के लिए चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जो लाभार्थी मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना और निर्माण श्रमिक बोर्ड सूची में शामिल नहीं हैं, ऐसे लोगों के पंजीकरण के कार्य में तेजी लाई जाए, ताकि इन लोगों को 1,000 रुपये प्रति सप्ताह की वित्तीय सहायता दी जा सके. इसके साथ ही, इन लोगों को सभी बुनियादी आवश्यकताएं भी मुहैया करवाने पर जोर दिया जाएगा.