चंडीगढ़/दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी है. चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही राजनीतिक दलों में टिकटों को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. वहीं सत्ता पर काबिज बीजेपी में भी टिकटों को लेकर बैठकें शुरू हो गई हैं.
इसी सिलसिले में 24 सितंबर को कई विधायक मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलने दिल्ली में हरियाणा भवन पहुंचे. जिनमें कुछ बीजेपी के विधायक थे तो कुछ बीते दिनों बीजेपी में शामिल हुए. मुख्यमंत्री से दिल्ली में मिलने मौजूदा विधायकों के साथ-साथ बीजेपी के अन्य टिकट के दावेदार भी पहुंचे. मौजूदा विधायकों में मूलचंद शर्मा, नागेंद्र भडाणा, सुखविंदर सिंह, रहीसा खान, बलवान दौलतपुरिया, केहर सिंह रावत पहुंचे.
सांसद के परिजन को नहीं मिलेगी टिकट- सूत्र
खबर है कि बीजेपी हाईकमान ने हरियाणा बीजेपी को साफ तौर पर कह दिया है कि किसी भी सांसद के परिजन का नाम टिकट के लिए आगे नहीं किया जाए. बता दें कि हरियाणा बीजेपी की तरफ से सिर्फ हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह की माता प्रेमलता का नाम भेजा गया है. प्रेमलता उचाना से विधायक हैं.
बीजेपी की स्थिति पर हुई चर्चा
22 सितंबर को हरियाणा बीजेपी ने दिल्ली में एक बैठक बुलाई थी. बैठक में हरियाणा के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई और दूसरे राजनीतिक दलों की स्थिति पर चर्चा की गई.
उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा
इस बैठक में हरियाणा में चुनावी रणनीति, उम्मीदवारों के नाम और मेनिफेस्टो को लेकर चर्चा भी चर्चा की गई. बैठक में सीटों के अनुसार उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई. विधानसभा चुनाव के लिए पैनल बनाए गए.
बैठक में बीजेपी के दिग्गज नेता
इस बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रभारी नरेंद्र सिंह तोमर, बीजेपी प्रदेश प्रभारी अनिल जैन, सांसद अरविंद शर्मा और हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बाराला सहित बीजेपी के कई अन्य नेता भी मौजूद रहे.
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