चंडीगढ़: टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा ने बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात (Neeraj Chopra Met Minister Manohar Lal) की. मुख्यमंत्री ने नीरज चोपड़ा को सम्मानित भी किया. नीरज चोपड़ा से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हम हरियाणा को खेलों का हब बनाना चाहते हैं. इसके लिए मैंने नीरज चोपड़ा से खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने की बात कही.
इससे पहले नीरज चोपड़ा (Gold Medallist Neeraj Chopra) मंगलवार सुबह अपने गांव खंडरा पहुंचे थे, जहां उनके स्वागत में बड़े समारोह का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम के दौरान नीरज चोपड़ा की तबीयत (Neeraj Chopra Health) बिगड़ गई और उन्हें बीच में ही कार्यक्रम छोड़कर जाना पड़ा. परिजनों ने बताया कि तेज गर्मी के चलते नीरज की तबीयत खराब हो गई है. जिसके कारण वे कार्यक्रम छोड़कर चले गए. नीरज ने तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क किया. राहत की बात ये है कि उनकी कोविड रिपोर्ट निगेटिव आई है.
बता दें कि, इससे पहले बीते शुक्रवार को भी नीरज की तबीयत बिगड़ गई थी. नीरज चोपड़ा को तब तेज बुखार और गले में खराश की समस्या थी. उनका कोविड टेस्ट भी किया गया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी. बुखार के कारण वो हरियाणा सरकार के सम्मान समारोह में भी शामिल नहीं हो सके थे. हालांकि, 15 अगस्त पर लाल किले पर हुए कार्यक्रम में नीरज शामिल हुए थे, और उसके बाद सोमवार को पीएम आवास पर हुए कार्यक्रम में भी नीरज पहुंचे थे. जहां पीएम मोदी ने उन्हें उनका मनपसंद चूरमा भी खिलाया था. अब मंगलवार को नीरज अपने गांव खंडरा आए थे जहां पहुंचते ही उनका स्वागत करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और ढोल नगाड़े बजाकर जोरदार स्वागत किया गया.
गौरतलब है कि 23 वर्षीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था. वो ओलंपिक में ट्रेक और फील्ड में स्वर्ण जीतने वाले देश के पहले खिलाड़ी बने. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर का थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता था. देश वापस लौटने पर नीरज चोपड़ा का जोरदार स्वागत हुआ था. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा भी उनको सम्मानित किया गया था.
ये भी पढ़ें- घर पहुंचे नीरज चोपड़ा की तबीयत बिगड़ी, बीच में ही छोड़ा समारोह
टोक्यो में गोल्ड जीतने से पहले भी नीरज के नाम कई रिकॉर्ड हैं. वो एशियन गेम्स में भी भारत को गोल्ड दिला चुके हैं. नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत में गांव खंडरा के एक छोटे से किसान परिवार में पैदा हुए थे और बचपन में उनका वजन काफी था. वजन कम करने ही वो स्टेडियम गए थे जहां से उन्हें खेलने का चस्का लगा और अब उन्होंने ओलंपिक में देश के लिए सोना जीत लिया.