दिल्ली/चंडीगढ़: एक दिसंबर को गीता प्रेरणा महोत्सव का आयोजन दिल्ली के लाल किला मैदान में किया जाने वाला है. ये आयोजन स्वामी ज्ञानानंद के आध्यात्मिक नेतृत्व में किया जाएगा. ये कार्यक्रम सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक होगा.
स्वामी ज्ञानानंद का कहना है कि गीता का हर अध्याय जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को प्रेरणा देता है. यह जीवन पद्धति का हिस्सा है. स्कूली शिक्षा से लेकर कामकाज तक जीवन के हर चरण में गीता का अमर संदेश प्रेरित करता है. पीछे न हटने, आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता है. जिओ गीता अभियान के माध्यम से देशभर में पहले से वृहद स्तर पर कार्यक्रम चल रहे हैं. करोड़ों लोग इस अभियान से जुड़े हैं.
18 हजार युवा, 1800 ब्यूरोक्रेट होंगे शामिल
स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि गीता का केवल आध्यात्मिक महत्व ही नहीं है बल्कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अद्भुत प्रयोग का संदेश इसमे समाहित है. गीता में 18 अध्याय हैं. इसलिए कार्यक्रम की रूपरेखा ऐसे बनाई गई है कि इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों से 18 हजार युवा, 1800 ब्यूरोक्रेट, 1800 व्यापारी और 1800 डॉक्टर व वकील सहित विभिन्न समूह के लोग शामिल होंगे.
भगवत गीता एक आईना- ज्ञानानंद
उन्होंने कहा कि गीता ज्ञान का गीत है. यह विश्व कल्याण का गीत बने, ये हमारी कामना है. हमें हर घर में गीता को पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि भगवत गीता एक आईना है, जो हमें सही-गलत संस्कार का आभास कराती है. विचलित क्षणों में गीता का स्मरण करने से हर कार्य आसानी से पूरा हो जाता है. यह इसलिए संभव होता है क्योंकि इसका प्रभाव हमारी आंतरिक शक्तियों को सकारात्मक रूप से सक्रिय बनाता है.
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कई हस्तियां करेंगी शिरकत
बता दें कि इस विशाल महोत्सव में सर संघचालक मोहन भागवत, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, रमेश पोखरियाल निशंक, स्वामी अवधेशानंद भी शामिल होंगे. समरस संस्कारित गीतमय भारत के संदेश के साथ 22 नवंबर शुक्रवार को कार्यक्रम के लिए भूमि पूजन किया गया.