चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी के लिए इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा. पहले कृषि अध्यादेश को लेकर किसानों का हरियाणा में सरकार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन और अब प्रदेश के ही बीजेपी के कुछ पूर्व विधायक अपनी पार्टी से नाराज चल रहे हैं.
गठबंधन सरकार की कार्यशैली से भी असंतुष्ट हैं पूर्व विधायक
पूर्व विधायकों ने मनोहर सरकार पर अनदेखी के आरोप लगाए हैं. पार्टी में अनदेखी से नाराज हुए पूर्व विधायकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ये भी माना जा रहा है कि बीजेपी के पूर्व विधायक गठबंधन वाली सरकार से संतुष्ट नहीं हैं.
कृषि अध्यादेशों को लेकर पूर्व विधायकों की अलग सोच
हाल ही में मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि अध्यादेशों को लेकर भी बीजेपी के पूर्व विधायकों का अलग स्टैंड देखने को मिल रहा है. उनका मानना है कि ये कृषि अध्यादेश किसानों के हित में नहीं है. बीजेपी के पूर्व विधायकों की नाराजगी देखकर कांग्रेस के पूर्व विधायक भी समर्थन में आगे आए हैं.
बीजेपी और कांग्रेस के पूर्व विधायकों ने की बैठक
सूत्रों से जानकारी मिली है कि बीजेपी के पूर्व विधायकों की एक गुप्त बैठक में कांग्रेस के पूर्व विधायक भाग सिंह छातर भी शामिल हुए है. इस बैठक में भविष्य की रणनीति पर चर्चा की गई. बता दें कि परमेंद्र ढुल को छोड़कर ज्यादातर इन पूर्व विधायकों को विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी की तरफ से टिकट नहीं मिला था और अब पार्टी और गठबंधन सरकार में उपेक्षा के चलते यह पूर्व विधायक नाराज हैं.
ये पूर्व विधायक हैं मनोहर सरकार से नाराज
पूर्व विधायक परमिंदर ढुल, पूर्व CPS रामपाल माजरा, पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, पूर्व विधायक बूटा सिंह और पूर्व CPS श्याम सिंह राणा समेत कई पूर्व विधायकों है गठबंधन सरकार से नाराज
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