चंडीगढ़: हरियाणा में बाढ़ से प्रभावित गांवों का आंकड़ा बढ़कर 1463 हो गया है. जबकि मरने वालों की संख्या 40 है. बाढ़ की वजह से 6 लोग घायल हुए हैं, जबकि 2 लोग लापता हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में बाढ़ से 230 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि 3850 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. बाढ़ की वजह से प्रभावित 7867 लोगों को सुरक्षित जगह पर हस्तांतरित किया गया है.
बाढ़ के चलते पशुधन की भी हानि हुई है, जबकि जलभराव की वजह से 2 लाख 5 हजार 968 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है. सरकार की तरफ से बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 47 राहत कैंप स्थापित किए गए हैं. रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल में बाढ़ में मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजे का चेक भी वितरित किया. हरियाणा सरकार मृतक के परिजनों को चार लाख का मुआवजा दे रही है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बाढ़ से जान गंवाने वाले करनाल के 6 मृतकों के परिजनों को 24 लाख की सहायता राशि सौंपी. इस दौरान मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश के 8 जिलों में 35 लोगों के परिजनों को सहायता राशि सौंपी गई है. सभी के खाते में आरटीजीएस से पैसे पहुंच जाएंगे. बता दें कि बारिश के चलते अंबाला जिले से सटी टांगरी नदी ओवरफ्लो चल रही है.
जिसके देखते हुए हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सीएम मनोहर लाल को चिट्ठी लिखकर पक्का तटबंध बनाने की सिफारिश की है. अनिल विज ने पत्र में लिखा कि नदी के दूसरे छोर पर पक्का तटबंध बनाने के अलावा दोनों तरफ के तटबंध को स्टोन पिचिंग के जरिए मजबूत बनाया जाए, ताकि नदी में ज्यादा पानी आने के बाद भी लोगों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े.
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इसके अलावा, गृह मंत्री ने नदी से मिट्टी निकाल कर नदी तल को और गहरा करने का भी आग्रह मुख्यमंत्री से किया है. इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सिरसा और फतेहाबाद का हवाई दौरा कर बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का जायजा लिया. वहीं गांव वालों ने भी अपनी समस्याएं उनके सामने रखी. उन्होंने सरकार से किसानों को प्रति एकड़ ₹40000 मुआवजा देने की मांग की. दुकानदारों और मकान मालिकों को भी जल्द मुआवजा देने की मांग भी रखी.