अलवर/चंडीगढ़: राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर पिछले कई दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं. हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए बैरिकेट्स लगा रखे हैं. जिसके चलते स्थानीय लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
रविवार को हरियाणा के बॉर्डर के पास के गांव वालों ने बैठक की और प्रशासन से बैरिकेट्स हटाने की मांग की. ग्रामीणों ने प्रशासन के पास 5 बजे तक का समय दिया है हाइवे की दोनों सर्विस लाइनों को खाली करवाने का.
क्या है पूरा मामला
शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन के चलते पुलिस ने बैरिकेटिंग कर रखी है. जिसके चलते स्थानीय लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. रविवार को आस-पास के 35 गांवों के पंचों और व्यापारियों ने महापंचायत की. इसमें स्थानीय लोगों ने रोजाना बैरिकेटिंग से हो रही दिक्कतों के बारे में बताया.
लोगों को हो रही परेशानी
स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर प्रशासन रविवार शाम 5 बजे तक बैरिकेटिंग नहीं हटाती है तो वो खुद ही बैरिकेटिंग हटा देंगे और इस दौरान कोई अप्रिय घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. स्थानीय लोगों ने कहा कि उनके रोजगार और काम धंधे चौपट हो गए हैं. रूट डायवर्ट होने से गांव में वाहनों का आवागमन बढ़ गया है. जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
उन्होंने कहा कि अगर आंदोलनकारी हाईवे को खाली नहीं करेंगे तो उन्हें मजबूरी में जबरन हाईवे खाली करना पड़ेगा. प्रशासन ने मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. हरियाणा और राजस्थान पुलिस ग्रामीणों और किसानों के टकराव न हो इसके लिए समझाइश करने में जुटी हुई है. किसान नेता और पूर्व विधायक अमराराम सहित किसान मोर्चा के पदाधिकारियों को महापंचायत स्थल पर बुलाया गया. जहां दोनों पक्षों के बीच बातचीत हुई. दोनों पक्षों ने बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की.