चंडीगढ़: कृषि कानूनों की वजह से पिछले कई दिनों से किसानों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. इस समय किसानों के टारगेट पर बीजेपी-जेजेपी गठबंधन के नेता है. किसानों संगठन लंबे समय से बीजेपी-जेजेपी नेताओं का विरोध करते रहे हैं. अंबाला में सीएम मनोहर लाल को काले झंड़े दिखाना सबसे बड़ा उदाहरण है. ऐसे में अब सीआईडी को पुख्ता इनपुट मिले हैं कि किसान संगठन बीजेपी-जेजेपी के कार्यक्रमों और मुवमेंट के दौरान बड़े लेवल पर विरोध कर सकते हैं.
इस बारे में सीआईडी विभाग ने हरियाणा सरकार को एक रिपोर्ट भी भेजी है. इसके साथ ही सीआईडी विभाग ने मांग की है कि किसी भी तरह के कार्यक्रम और मूवमेंट के दौरान नेताओं की सुरक्षा को बढ़ाया जाए. वहीं ऐसे किसी भी कार्यक्रम की पूरी जानकारी लोकल एसपी को भी दी जाए.
इन नेताओं को झेलना पड़ा है किसानों का विरोध
- सीएम मनोहर लाल- मंगलवार को प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर अंबाला नगर निगम चुनाव के लिए पहुंचे. यहां उन्हें किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा. किसानों ने मुख्यमंत्री के काफिले की गाड़ियों को रोका. इस दौरान कई किसानों और पुलिस के बीच जबरदस्त हाथापाई हुई.
- शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर- शनिवार को छछरौली के कम्युनिटी सेंटर में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. किसान उनके पहुंचने से पहले ही कम्युनिटी सेंटर के बाहर डेरा जमाए बैठे थे. किसानों ने साफ कह दिया था कि वो उनके आते ही उनका विरोध शुरू कर देंगे.
- केंद्रीय मंत्री रतना लाल कटारिया- शनिवार को केंद्रीय राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया अंबाला शहर की नई अनाज मंडी में बीजेपी और जेजेपी की संयुक्त मेयर प्रत्याशी डॉ. वंदना शर्मा का चुनाव प्रचार करने पहुंचे. इस दौरान रतनलाल कटारिया और बीजेपी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा. किसानों ने रतनलाल कटारिया और बीजेपी के नेताओं को काले झंडे दिखाए और जमकर नारेबाजी की.
- विधायक ईश्वर सिंह- शुक्रवार को सुशासन दिवस के अवसर पर गुहला चीका में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने जार रहे विधायक ईश्वर सिंह का किसानों ने जमकर विरोध किया और काले झंडे दिखाए. इस दौरान किसानों ने दुष्यंत चौटाला और ईश्वर सिंह मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. किसानों के उग्र रूप को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने विधायक को मुश्किल से वहां से बाहर निकाला.
- राज्य मंत्री कमलेश ढांडा- शुक्रवार को राज्यमंत्री कमलेश ढांडा को उस समय किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा. जब वो कलायत के दौरे पर थीं. इस दौरान किसानों ने उनकी गाड़ी के सामने आकर ना सिर्फ सरकार विरोधी नारे लगाए. बल्कि मंत्री के काले झंडे भी दिखाए. काफिले के सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से राज्यमंत्री को वहां से बाहर निकाला.
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