चंडीगढ़: सर्व कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर के साथ बातचीत नहीं होने के चलते कर्मचारी नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारी नेताओं ने सरकार पर उन्हें गुमराह करने का आरोप लगाया. राजेश खुल्लर से कर्मचारी नेता अपनी मांगों को लेकर बातचीत करने वाले थे, लेकिन खुल्लर उनसे बातचीत करने के बजाए चुपके से निकल गए. जिसके चलते नेताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रोष प्रकट किया.
मामले पर कर्मचारी संघ के नेता सुभाष लांबा ने बताया कि खुल्लर ने सर्व कर्मचारी संघ के नेताओं के साथ बैठक के लिए एक लेटर जारी किया था. जिसमें उन्होंने मिलने के लिए चंडीगढ़ के हरियाणा निवास बुलाया था. कर्मचारी नेताओं ने हरियाणा निवास पहुंचकर अपने आने की सूचना भी दी. लेकिन उन्हें करीब 2 घंटे तक प्रतीक्षा कक्ष में बैठाए रखा गया और उसके बाद कर्मचारी नेताओं से मिले बिना खुल्लर सीधा निकल गए.
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सुभाष लांबा ने कहा कि यह कर्मचारियों का अपमान है और कर्मचारी इसके खिलाफ कल सभी जिला मुख्यालयों पर बड़ा प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर अगले आंदोलन की रुपरेखा तय की जाएगी.
कर्मचारियों की मुख्य मांगे
- पंजाब के समान वेतनमान
- ठेका प्रथा बंद करना
- पुरानी पेंशन बहाल करना
कर्मचारी नेताओं ने बैठक का पत्र जारी किए जाने के बाद बैठक ना होने के चलते भारी नाराजगी जाहिर की. कर्मचारी नेताओं ने इसे हरियाणा के ढाई लाख कर्मचारियों का अपमान बताया साथ ही चेतावनी दी है कि मंगलवार को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर अगले आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी. जिसमें कर्मचारी नेता बड़े आंदोलन का भी ऐलान कर सकते हैं.