चंडीगढ़: हरियाणा में कृषि आधारित उद्योगों और संबंधित इकाइयों को राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है. कोरोना काल के कारण आई आर्थिक मंदी से बाहर निकलने के लिए ये सरकार का बड़ा कदम है. हरियाणा सरकार ने कृषि आधारित उद्योगों को सस्ती बिजली देने के लिए प्रति यूनिट टैरिफ में कमी की है.
-
Haryana grants permanent relief in electricity tariff for agro-based industries & affiliated units with reduced tariff @ Rs. 4.75/unit instead of Rs 7.50/unit. This comes after Union Minister Harsimrat Badal urged state CMs to provide relief for industry: Food Processing Ministry pic.twitter.com/EUcKGs0yDH
— ANI (@ANI) August 6, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Haryana grants permanent relief in electricity tariff for agro-based industries & affiliated units with reduced tariff @ Rs. 4.75/unit instead of Rs 7.50/unit. This comes after Union Minister Harsimrat Badal urged state CMs to provide relief for industry: Food Processing Ministry pic.twitter.com/EUcKGs0yDH
— ANI (@ANI) August 6, 2020Haryana grants permanent relief in electricity tariff for agro-based industries & affiliated units with reduced tariff @ Rs. 4.75/unit instead of Rs 7.50/unit. This comes after Union Minister Harsimrat Badal urged state CMs to provide relief for industry: Food Processing Ministry pic.twitter.com/EUcKGs0yDH
— ANI (@ANI) August 6, 2020
पहले जो बिजली कृषि आधारित उद्योंगों को 7.50 रुपये प्रति यूनिट मिलती थी. अब वही बिजली सरकार ने 4.75 रुपये प्रति यूनिट मिलेगी. सरकार के इस फैसले से अब एग्रीकल्चर बेस्ड इंडस्ट्रीस को 2.75 रुपये प्रति यूनिट बिजली सस्ती मिलेगी.
क्यों हुई बिजली सस्ती?
एग्रीकल्चर बेस्ड इंडस्ट्रीस को आर्थिक राहत देने के लिए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया था. इसी के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने कृषि आधारित उद्योगों को राहत देने का फैसला लिया. अब इन उद्योगों को 2.75 रुपये प्रति यूनिट बिजली सस्ती मिलेगी.
गौरतलब है कि हरियाणा सरकार ने पत्र जारी कर इस बारे में जानकारी दी है. सरकार के इस फैसले से अब एग्रीकल्चर बेस्ड इंडस्ट्रीस को 2.75 रुपये प्रति यूनिट बिजली सस्ती मिलेगी. माना जा रहा है कि अब दूध, शहद, मछली आदि के दामों में भी काफी कमी आ सकती है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा में खुलेंगे एक हजार प्ले-वे और 104 नए संस्कृत मॉडल स्कूल