चंडीगढ़: हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम ने शुक्रवार को अनुसूचित जातियों से संबंधित लाभार्थियों को दी गई सहायता का ब्यौरा रखा. निगम की तरफ से कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान जून तक विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 290 लाभार्थियों को 206.46 लाख रुपये से अधिक की वित्तीय सहायता मुहैया करवाई है, जिसमें 19.26 लाख रुपये की सब्सिडी भी शामिल है.
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रदेश के सहकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने बताया कि अनुसूचित जातियों से संबंधित लोगों को विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत ऋण मुहैया करवाया जाता है, ताकि वे अपना कारोबार और स्व-रोजगार स्थापित कर सकें. इन श्रेणियों में कृषि एवं सम्बद क्षेत्र, औद्योगिक, व्यापार और कारोबार क्षेत्र और स्व-रोजगार क्षेत्र शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अनुसूचित वित्त एवं विकास निगम की सहायता से लागू योजनाओं के तहत भी उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है. उन्होंने बताया कि कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र के अंतर्गत 170 लाभार्थियों को डेरी फार्मिंग, पॉलट्री फार्मिंग, भेड़ पालन, सुअर पालन और झोटा-बुग्गी के लिए 95.49 लाख रुपये का ऋण उपलब्ध करवाया गया है.
इनमें से 86.50 लाख रुपये बैंक ऋण, 8.92 लाख रुपये सब्सिडी और 7,000 रुपये मार्जन मनी के रूप में जारी किए गए हैं. डॉ. बनवारी लाल ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र योजनाओं के अंतर्गत सात लाभार्थियों को 6.50 लाख रुपये की राशि मुहैया करवाई गई, जिसमें से 5.15 लाख रुपये बैंक ऋण, 70,000 रुपये सब्सिडी और 65,000 रुपये मार्जन मनी के रूप में जारी किए गए हैं.
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इसी प्रकार, व्यापार और कारोबार क्षेत्र के अंतर्गत 100 लाभार्थियों को 71.97 लाख रुपये की राशि मुहैया करवाई गई जिसमें से 55.43 लाख रुपये बैंक ऋण, 9.34 लाख रुपये सब्सिडी और 7.20 लाख रुपये मार्जिन मनी के रूप में जारी किए गए हैं.
योजनाओं के तहत निगम द्वारा इस अवधि के दौरान 23 लाभार्थियों को 32.50 लाख रुपये जारी किए गए हैं, जिसमें राष्ट्रीय अनुसूचित वित्त एवं विकास निगम का प्रत्यक्ष ऋण हिस्सा 29.25 लाख रुपये और हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम का प्रत्यक्ष हिस्सा 2.95 लाख रुपये शामिल है.