चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया है कि प्रदेश के हर इंडस्ट्रियल सेक्टर में कम से कम एक फायर स्टेशन बनाया जाएगा. हालांकि पानीपत में एक फायर स्टेशन पहले से है, फिर भी वहां इंडस्ट्रियल जरूरतों को देखते हुए एक और फायर स्टेशन स्थापित किया जाएगा. इसके अलावा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों में भी फायर स्टेशन बनाये जायेंगे. उन्होंने यह जानकारी गुरुवार को इस संबंध में हुई एक बैठक के बाद दी.
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दुष्यंत चौटाला गुरुवार को अग्नि एवं आपातकालीन सेवाएं, गृह विभाग, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में प्रदेश में 109 सरकारी तथा 34 निजी फायर स्टेशन हैं, जिनमें आग बुझाने वाली कुल 607 गाड़ी और 102 मोटरसाइकिल हैं. इसके अलावा डिप्टी सीएम के अनुरोध पर हीरो कंपनी 100 मोटरसाइकिल सीएसआर फंड से देगी. इन मोटरसाइकिलों की मदद से भीड़-भाड़ वाली गलियों एवं रास्तों तक पहुंचकर आग पर काबू पाने में आसानी होगी.
डिप्टी सीएम ने कहा कि फायर स्टेशन को ऐसी जगह स्थापित किया जाना चाहिए, जहां से ग्रामीण क्षेत्र में फसलों में लगने वाली आग को बुझाने के लिए अग्निशमन गाड़ियों को पहुंचने में परेशानी ना हो. उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक धुरी कृषि और उद्योग-धंधे होते हैं. इसलिए दोनों को ही अग्नि जैसी घटनाओं से बचाना जरूरी होता है. उन्होंने राज्य के प्रत्येक इंडस्ट्रियल सेक्टर कम से कम एक फायर स्टेशन स्थापित करने के निर्देश दिए. उन्होंने इसके लिए मैपिंग करके प्रथम चरण में खरखौदा, सोहना तथा साहा की आईएमटी में फायर स्टेशन स्थापित करने के निर्देश देते हुए कहा कि 5 लाख से ज्यादा आबादी वाले सभी शहरों में फायर स्टेशन लगाए जाएं.
आपको बता दें कि हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश के सभी फायर स्टेशनों की गाड़ियों पर अगले 2 माह में मोबाइल डेटा टर्मिनल (MDT) लगाने के निर्देश दिए हैं. ताकि उनको डायल 112 के साथ इंटेग्रेटिड करके घटनास्थल पर जल्द से जल्द पहुंचा जा सके और पीड़ितों को अधिक नुकसान होने से बचाया जा सके.
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डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि आजकल आग लगने की घटनाओं पर लोगों द्वारा आमतौर पर डायल 112 पर कॉल की जाती है. इसमें डायल 112 की गाड़ी मौके पर पहुंच जाती है, तो पता चलता है कि आग लगी हुई है. बाद में अग्नि एवं आपातकालीन विभाग की गाड़ी को बुलाया जाता है, तो लोकेशन का सही पता ना चलने के कारण गाड़ी को घटनास्थल पर पहुंचने में काफी समय लग जाता है. जिससे आग बुझाने में देरी हो जाती है, लोगों का नुकसान हो जाता है.
उपमुख्यमंत्री को बैठक में जानकारी दी गई कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशानुसार अग्नि एवं आपातकालीन सेवाओं के विभाग की 300 गाड़ियों पर यह एमडीटी डिवाइस लगाने की तैयारी कर ली गई है और इनको चलाने वाले 300 कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है. दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगले दो माह के अंदर फायर स्टेशन की सभी गाड़ियों पर एमडीटी डिवाइस लगा दिए जाएं और डायल 112 के साथ इंटीग्रेटिड कर दिया जाए.
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