चंडीगढ़: भारतीय वायुसेना के पहले एयरफोर्स हेरिटेज सेंटर का उद्घाटन करने के लिए देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 8 मई को चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं. जिसके लिए उच्च स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं. सेक्टर 18 में स्थित एक अनूठी सुविधा है. वहीं इस मौके यूटी प्रशासन ने पूरे हेरिटेज सेंटर की सजावट पर 6.25 लाख रुपये खर्च करते हुए गेंदे के फूलों से सजाया जाएगा. बता दें कि हेरिटेज सेंटर 17,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला है.
जोकि विभिन्न युद्धों में भारतीय वायुसेना और विमानों के के योगदान को प्रदर्शित करेगा. वहीं हेरिटेज सेंटर में पांच भारतीय वायुुसेना के पुराने हवाई जहाज शामिल किए हैं. जिसमें आगंतुकों को कॉकपिट एक्सपोजर और फ्लाइट सिमुलेटर का अनुभव करने की अनुमति देता है. केंद्र में भारतीय वायुसेना द्वारा निर्मित पहला स्वदेशी विमान भी है. जिसे वायु सेना 'कानपुर -1 विंटेज प्रोटोटाइप एयरक्राफ्ट' के रूप में जाना जाता है. जिसे 1958 में बेस रिपेयर डिपो कानपुर में लेट एयर वाइस मार्शल हरजिंदर सिंह द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया था.
वहींं, जहां 8 मई के लिए चंडीगढ़ प्रशासन बड़े जोर शोर से तैयारियों में जुटा है. वहीं, शहर के टूरिज्म में और बढ़ोतरी होगी. जहां देश के पहले एयरफोर्स हेरिटेज सेंटर का उद्घाटन करने के लिए देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहुंच रहे हैं. ऐसे में पंजाब के राज्यपाल और यूटी प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित सम्मानित अतिथि होंगे. इसके साथ ही वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी यूटी प्रशासन के साथ समारोह की मेजबानी करेंगे. वहीं, इस मौके एयरफोर्स उच्च अधिकारी भी उपस्थित होंगें.
प्रशासन द्वारा जहां सेंटर की सजावट को लेकर तैयारियां अप्रैल में ही शुरू कर दी गई थी. ऐसे में सेंटर की सजावट को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा चंडीगढ़ हॉर्टिकल्चर विभाग के मदद से 3.5 लाख रुपये के गेंदा की डोरियों को स्थापित किया जाएगा और साथ ही 1.95 लाख रुपये हरे पत्तों की डोरियों को भी लगाया जाएगा. इसके अलावा मेहमानों को लेकर देने वाले गुलदस्तों को भी अलग से तैयार किया जा रहा है.
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एयरफोर्स हेरिटेज सेंटर में विमान के मॉडल और हथियारों के प्रदर्शन सहित कुल आठ आकर्षण हैं. हालांकि, सबसे बड़ा आकर्षण इसका अपना फ्लाइट सिम्युलेटर है. इसके अलावा, एयरो इंजन, विमान, कियोस्क और अन्य वायु सेना की कलाकृतियों, मशीनों/जुड़े, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों पर फिल्में, और गाइड सहित सूचनात्मक प्रदर्शन भी स्थापित किए गए हैं. एक स्मारिका दुकान भी संग्रहालय का हिस्सा है. वहीं केंद्र का रखरखाव यूटी प्रशासन करेगा. जबकि हथियार और अन्य उपकरण वायु सेना के कर्मचारियों द्वारा की जाएगी.