चंडीगढ़/दिल्ली: राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसान आंदोलन को लेकर कहा है कि जिस दिन बरोदा उप चुनाव में बीजेपी-जेजेपी वाली सरकार को हार का सामना करना पड़ा था उससे अगले दिन ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को दिल्ली में केंद्र सरकार के पास आना चाहिए था और ये तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करनी चाहिए थी.
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार अगर बीजेपी नहीं चाहती की कृषि कानून वापस लिए जाए तो जेजेपी को नैतिकता के आधार पर अपना समर्थन वापस लेना चाहिए था. उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्य की बात है की चंडीगढ़ में बैठे दोनों मंत्रियों को अपनी कुर्सी की परवाह ज्यादा है बजाए इस देश के किसानों के.
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दीपेंद्र ने किसानों के दिल्ली कूच पर कहा कि देश में ऐसी कोई जेल नहीं बनी है जो किसानों को कैद कर सके. उन्हेंने कहा कि किसानों को रोकने या उनपर ज़ोर आजमाइश करने की बजाए उनसे बात करे सरकार. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि किसान अपनी जायज मांग को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से लोकतांत्रिक और संवैधिनिक दायरे में केंद्र के द्वार पर आए है इसलिए सरकार को उनसे शांतिपूर्ण तरीके से बात करनी चाहिए.