दिल्ली/चंडीगढ़: संसद का मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) आज से शुरू हो गया. वहीं सत्र के पहले ही दिन विपक्षी दलों के सदस्यों ने जमकर हंगामा भी किया. सत्र के दौरान सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा (Deepender Singh Hooda) और प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) किसानों का मुद्दा उठाते हुए काम रोको प्रस्ताव लेकर आए. लेकिन सभापति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया.
काम रोको प्रस्ताव को खारिज किए जाने के बाद राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने मोदी सरकार जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पिछले 8 महीने से किसान सड़कों पर बैठे हैं लेकिन सरकार अहंकार में डूबी हुई है और इस आंदोलन को नजर अंदाज कर रही है. उन्होंने कहा कि अभी तक इस आंदोलन में 400 से ज्यादा किसान कुर्बानी दे चुके हैं बावजूद इसके हमारे किसान भाई अहिंसा और अनुशासन के रास्ते पर चल रहे हैं.
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दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के मुद्दे पर चर्चा ही नहीं करना चाहती है इसलिए काम रोको प्रस्ताव को खारिज किया गया है. दीपेंद्र ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए हम किसानों की आवाज को दबने नहीं देंगे और संसद के भीतर किसानों के मुद्दों को उठाते रहेंगे.