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चंडीगढ़ की सूद धर्मशाला और धनवंत्री आयुर्वेदिक कॉलेज में की जा रही कोरोना संदिग्धों की देखभाल - धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज चंडीगढ़

चंडीगढ़ में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. ऐसे में चंडीगढ़ की सूद धर्मशाला और धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

Dhanwantri Ayurvedic College Chandigarh
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Published : Jun 7, 2020, 11:54 AM IST

चंडीगढ़: सेक्टर 32 के सरकारी अस्पताल और सेक्टर 16 के सरकारी अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है, लेकिन तेजी से बढ़ते पॉजिटिव केसों की वजह से सभी मरीजों को अस्पताल में रखा मुश्किल हो रहा है. ऐसे में चंडीगढ़ की सूद धर्मशाला और धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

सूद धर्मशाला और धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज में अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए मरीजों को भेजा जाता है. यहां पर उनकी अगले कुछ दिनों तक देखभाल की जाती है. अगर किसी मरीज में कोरोना के थोड़े बहुत लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे आयुर्वेदिक कॉलेज में भी भेज दिया जाता है. इस तरह से इन दोनों जगहों पर लोगों को रखा जा रहा है. इन दोनों जगहों में अब तक करीब 200 लोगों को रखा जा चुका है. धनवंतरी कॉलेज में करीब 130 लोग अभी तक आ चुके हैं. जिनमें 100 लोगों को घर भी भेज दिया गया है.

चंडीगढ़ के धनवंत्री आयुर्वेदिक कॉलेज में कोरोना संदिग्धों की देखभाल की जा रही है

धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज के असिस्टेंट मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी ओर से पीजीआई को ये कहा गया था कि अगर करोना संकट के चलते उन्हें किसी भी तरह की सहायता की जरूरत है तो हम इसके लिए तैयार हैं. जिसके बाद पीजीआई की ओर से 5 जुलाई को धनवंतरी कॉलेज में कोविड-19 पर स्पेशल वार्ड बनाने की घोषणा की गई थी.

यहां पर उन लोगों को रखा जाता है जिनमें कोना के थोड़े बहुत लक्षण दिखाई देते हैं या जिन पर संक्रमण का खतरा होता है. इसके अलावा पीजीआई से जो मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किए जाते हैं. उन मरीजों को भी यहां रखा जाता है. दोनों जगह पर इस तरह के लोगों की अच्छी देखभाल की जाती है और हर तरह की सावधानी भी बरती जाती है. कुछ लोगों को थोड़ा बहुत इलाज करने या उन्हें दवाई देने की जरूरत पड़ती है तो ऐसे लोगों को आयुर्वेदिक दवाएं दी जाती हैं. बहुत कम ऐसे लोग हैं. जिन्हें एलोपैथिक दवाएं दी जाती हैं.

ये भी पढ़ें- 8 जून से फरीदाबाद में नहीं खुलेंगे धार्मिक स्थल, सरकार ने जारी किए आदेश

यहां पर लोगों के खाने-पीने का खास ख्याल रखा जाता है. खाने-पीने के लिए सरकार की ओर से जो भी गाइडलाइंस जारी की गई हैं. उनका पूरी तरह से पालन किया जाता है क्योंकि इस तरह के लोगों के साथ खाने पीने में कोताही नहीं बरती जा सकती. इसलिए सभी नियमों का गंभीरता से पालन किया जाता है.

चंडीगढ़: सेक्टर 32 के सरकारी अस्पताल और सेक्टर 16 के सरकारी अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है, लेकिन तेजी से बढ़ते पॉजिटिव केसों की वजह से सभी मरीजों को अस्पताल में रखा मुश्किल हो रहा है. ऐसे में चंडीगढ़ की सूद धर्मशाला और धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

सूद धर्मशाला और धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज में अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए मरीजों को भेजा जाता है. यहां पर उनकी अगले कुछ दिनों तक देखभाल की जाती है. अगर किसी मरीज में कोरोना के थोड़े बहुत लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे आयुर्वेदिक कॉलेज में भी भेज दिया जाता है. इस तरह से इन दोनों जगहों पर लोगों को रखा जा रहा है. इन दोनों जगहों में अब तक करीब 200 लोगों को रखा जा चुका है. धनवंतरी कॉलेज में करीब 130 लोग अभी तक आ चुके हैं. जिनमें 100 लोगों को घर भी भेज दिया गया है.

चंडीगढ़ के धनवंत्री आयुर्वेदिक कॉलेज में कोरोना संदिग्धों की देखभाल की जा रही है

धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज के असिस्टेंट मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी ओर से पीजीआई को ये कहा गया था कि अगर करोना संकट के चलते उन्हें किसी भी तरह की सहायता की जरूरत है तो हम इसके लिए तैयार हैं. जिसके बाद पीजीआई की ओर से 5 जुलाई को धनवंतरी कॉलेज में कोविड-19 पर स्पेशल वार्ड बनाने की घोषणा की गई थी.

यहां पर उन लोगों को रखा जाता है जिनमें कोना के थोड़े बहुत लक्षण दिखाई देते हैं या जिन पर संक्रमण का खतरा होता है. इसके अलावा पीजीआई से जो मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किए जाते हैं. उन मरीजों को भी यहां रखा जाता है. दोनों जगह पर इस तरह के लोगों की अच्छी देखभाल की जाती है और हर तरह की सावधानी भी बरती जाती है. कुछ लोगों को थोड़ा बहुत इलाज करने या उन्हें दवाई देने की जरूरत पड़ती है तो ऐसे लोगों को आयुर्वेदिक दवाएं दी जाती हैं. बहुत कम ऐसे लोग हैं. जिन्हें एलोपैथिक दवाएं दी जाती हैं.

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यहां पर लोगों के खाने-पीने का खास ख्याल रखा जाता है. खाने-पीने के लिए सरकार की ओर से जो भी गाइडलाइंस जारी की गई हैं. उनका पूरी तरह से पालन किया जाता है क्योंकि इस तरह के लोगों के साथ खाने पीने में कोताही नहीं बरती जा सकती. इसलिए सभी नियमों का गंभीरता से पालन किया जाता है.

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