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सेक्टर 16 और 32 अस्पतालों के कोरोना संक्रमित मरीज PGI में होंगे भर्ती

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Published : Apr 3, 2020, 6:25 PM IST

PGI प्रशासन के विरोध के बीच चंडीगढ़ प्रशासन चंडीगढ़ में सेक्टर 16 सेक्टर 32 अस्पतालों में भर्ती मरीजों को चंडीगढ़ पीजीआई में शिफ्ट का रहा है. ताकि सभी मरीजों का इलाज एक जगह पर किया जा सके.

vijay rana.
संवाददाता विजय राणा.

चंडीगढ़: कोरोना के कुछ मरीज इस समय पीजीआई जीएमसीएच 32 और सेक्टर 16 के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं इसलिए प्रशासन तीनों अस्पतालों के मरीजों को चंडीगढ़ पीजीआई में ही शिफ्ट करना चाहता है. पीजीआई रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन प्रशासन के फैसले का विरोध कर रही है. उनका कहना है चंडीगढ़ में सेक्टर 16 सेक्टर 32 अस्पताल में करोड़ों की मरीज ओं का इलाज सही तरीके से किया जा रहा है. ऐसे में उन्हें शिफ्ट करने का कोई मतलब नहीं बनता.

रेजिडेंट डॉक्टरों के मुताबिक सेक्टर 32 के सरकारी अस्पताल और जीएमसीएच 16 में भी मरीजों का इलाज सीनियर डॉक्टरों की देखरेख में हो रहा है और दोनों ही अस्पताल के डॉक्टर कोरोना के मरीजों का इलाज करने में सक्षण हैं. अगर उन मरीजों को पीजीआई में शिफ्ट किया जाता है तो शिफ्ट करने के दौरान उनके साथ पुलिसकर्मियों और डॉक्टर और स्टाफ को भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.

देखिए संवाददाता विजय राणा की रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें- झज्जर में मिले 94 कोरोना पॉजिटिव जमातियों पर अनिल विजः केंद्र के पास उनकी जिम्मेदारी

पीजीआई रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. उत्तम ठाकुर के मुताबिक सेक्टर 32 सेक्टर 16 के सरकारी अस्पतालों में दाखिल मरीजो को पीजीआई में एडमिट करना खतरे से खाली नहीं है. उन्होंने कहा इससे मेडिकल स्टाफ और उनको शिफ्ट करने के लिए ट्रांसपोर्ट चलाने वालों को भी संक्रमण का खतरा रहेगा.

चंडीगढ़: कोरोना के कुछ मरीज इस समय पीजीआई जीएमसीएच 32 और सेक्टर 16 के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं इसलिए प्रशासन तीनों अस्पतालों के मरीजों को चंडीगढ़ पीजीआई में ही शिफ्ट करना चाहता है. पीजीआई रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन प्रशासन के फैसले का विरोध कर रही है. उनका कहना है चंडीगढ़ में सेक्टर 16 सेक्टर 32 अस्पताल में करोड़ों की मरीज ओं का इलाज सही तरीके से किया जा रहा है. ऐसे में उन्हें शिफ्ट करने का कोई मतलब नहीं बनता.

रेजिडेंट डॉक्टरों के मुताबिक सेक्टर 32 के सरकारी अस्पताल और जीएमसीएच 16 में भी मरीजों का इलाज सीनियर डॉक्टरों की देखरेख में हो रहा है और दोनों ही अस्पताल के डॉक्टर कोरोना के मरीजों का इलाज करने में सक्षण हैं. अगर उन मरीजों को पीजीआई में शिफ्ट किया जाता है तो शिफ्ट करने के दौरान उनके साथ पुलिसकर्मियों और डॉक्टर और स्टाफ को भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.

देखिए संवाददाता विजय राणा की रिपोर्ट.

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पीजीआई रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. उत्तम ठाकुर के मुताबिक सेक्टर 32 सेक्टर 16 के सरकारी अस्पतालों में दाखिल मरीजो को पीजीआई में एडमिट करना खतरे से खाली नहीं है. उन्होंने कहा इससे मेडिकल स्टाफ और उनको शिफ्ट करने के लिए ट्रांसपोर्ट चलाने वालों को भी संक्रमण का खतरा रहेगा.

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