चंडीगढ़: दुनिया के कई देशों में एक बार कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. ऐसे में कोरोना से निपटने के लिए चंडीगढ़ में बुधवार दोपहर को प्रशासन द्वारा कोविड के नए कोविड वैरिएंट बीएफ-7 को देखते हुए टेस्टिंग बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं. अस्पतालों को कहा गया है कि जिस मरीज में कोरोना लक्षण पाए जाते हैं उन मरीजों को फौरी तौर पर कोविड टेस्ट किया जाए. इसके साथ ही अस्पतालों में आने वाले मरीजों और स्टाफ मेंबर्स को कोविड नियमों का पालन करना होगा. (Guidelines issued in hospitals of Chandigarh)
बधुवार को ही चंडीगढ़ प्रशासन के डायरेक्टर हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर की ओर से एक सर्कुलर जारी किया गया था. इस सर्कुलर में प्रशासन द्वारा चंडीगढ़ के सभी अस्पतालों को आदेश दिए गए थे कि कोरोना महामारी से बचने के शहर के सभी अस्पतालों को कोरोना गाइडलाइन को एक बार फिर से लागू करने की और ध्यान देना होगा. इसके तहत आरटीपीसीआर के जारिए ही टेस्ट लिए जाएंगे. अस्पतालों की ओपीडी/इमरजेंसी में आने वाले फ्लू के सभी संदिग्ध मरीजों को आरटीपीसीआर और आरएटी टेस्ट करवाना होगा. (new variant of Corona)
कोविड-19 प्रोटोकॉल पालन करना अनिवार्य: ऐसे में ओपीडी का इलाज गाइडलाइन के तहत किया जाएगा. सर्जरी और अनेकों बीमारियों से ग्रसित मरीजों को भी आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी होगा. सभी हेल्थ वर्कर को कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल की पालना जरूरी होगी. इसमें मास्क पहन कर रखना, सैनिटाइजर या साबुन से नियमित हाथ धोते रहना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना शामिल है. इसके साथ ही चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा अस्पतालों को कोविड टेस्टिंग सामान एवं दवाइयां उपलब्ध करने की ओदश दिए गए है. इसके साथ ही डॉक्टर से लेकर सभी स्टाफ मेंबर को बूस्टर डोज लगवाने लिए भी कहा गया है.
अस्पताल में इन मरीजों की होगी टेस्टिंग: शहर में सबसे पहले सेक्टर-32 गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल की ओर से भी एक सर्कुलर जारी किया गया था. इसमें कहा गया था कि कोविड-19 के लिए आरटीपीसीआर टेस्टिंग को बढ़ाने के लिए कुछ कदम उठाए गए हैं. इसके तहत इमरजेंसी वार्ड में आने वाले सभी मरीजों की टेस्टिंग होगी, जिसमें ऑब्जर्वेशन और एडमिट होने वाले मरीज, दोनों शामिल होंगे. मौजूदा समय में एडमिशन के दौरान नेगेटिव रैपिड एंटीजन टेस्ट की प्रक्रिया जारी रहेगी.
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पीजीआई के रिसर्च विभाग का कहना है कि अभी तक कोविड के नए वैरिएंट के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है. ऐसे में जब तक भारत में आए नए वैरिएंट के मरीजों के सैंपल की जांच नहीं होगी. तब तक कुछ भी कह पाना मुश्किल होगा. वहीं, इस नए वैरिएंट से संक्रमित मरीजों की सेंट्रल लेवल पर जांच होगी जिसके बाद ही नई गाइडलाइन पीजीआई को मिल पाएगी. जब तक उन्हें नए वैरिएंट को शोध नहीं की जाती, किसी तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता.
चंडीगढ़ में नए वैरिएंट का कोई मामला नहीं: शहर में अभी नए वैरिएंट का कोई केस नहीं आया है. मौजूदा समय में चंडीगढ़ कोविड का एक भी एक्टिव केस नहीं है. इसके बावजूद हेल्थ विभाग सैंपलिंग बढ़ाने में लग गया है. बुधवार को शहर में 116 लोगों के सैंपल लिए. इनमें एक भी पॉजिटिव केस नहीं आया. आने वाले दिनों में सैंपलिंग और बढ़ेगी और यदि पॉजिटिव केस आते हैं तो उनका डेटा तैयार कर जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. इससे पता चल पाएगा कि कोरोना का कौन सा स्ट्रेन शहर आया है के नहीं. (Haryana Health Department on corona)
वहीं, चंडीगढ़ में कोरोना की शुरुआत से अभी तक 1181 लोगों की कोविड-19 से मौत हो चुकी है. इनमें ज्यादातर वे मरीज थे जिन्हें पहले से ही कोई न कोई गंभीर बीमारी थी, जिनमें ज्यादातर बुजुर्ग शामिल थे. वहीं, अभी तक 99,342 लोग शहर में कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं. इनमें से 98,141 मरीज ठीक भी हुए हैं. (Corona Cases in Chandigarh)
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