चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को विधानसभा में अपना दूसरा बजट पेश किया. सीएम खट्टर के पास वित्त मंत्रालय का प्रभार भी है. सत्ता पक्ष ने जहां बजट को जनकल्याणकारी व सभी वर्गों को राहत देने वाला बताया तो वहीं विपक्ष बजट को पूरी तरह से निराशाजनक बजट बताता नजर आया.
बजट को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने कहा कि बजट वैसा ही है जैसे कहावत है कि खोदा पहाड़ निकली चुहिया. बजट में किसी भी वर्ग का ध्यान नहीं रखा गया है. ये सरकार जुमलों की सरकार है और ये बजट मुख्यमंत्री के जुमलों के अलावा कुछ नहीं है.
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उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से बुजुर्गों को 5100 रुपये पेंशन दी जानी चाहिए थी मगर सरकार ने पेंशन में सिर्फ 250 रुपये की बढ़ोतरी करते हुए उसे 2500 किया है. लोगों को उम्मीद थी कि सरकार बजट में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स को कम करेगी, लेकिन सरकार ने उस टैक्स को भी कम नहीं किया. सरकार लगातार लोगों की जेबें लूटने में लगी हुई है.
किरण चौधरी ने कहा सरकार को जहां गरीबों के उत्थान के लिए काम करना चाहिए वहीं सरकार उनका शौषण करने में लगी हुई है. सरकार जो परिवार पहचान पत्र बनवा रही है उससे लोगों की आय का पता चलेगा. जिस परिवार की आय सालाना दो लाख से ज्यादा है उनके बीपीएल कार्डों को काट दिया जाएगा. ऐसा करना गरीबों के साथ अन्याय करना होगा.
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