चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को विधानसभा में अपना दूसरा बजट पेश किया. सीएम खट्टर के पास वित्त मंत्रालय का प्रभार भी है. सत्ता पक्ष ने जहां बजट को जनकल्याणकारी व सभी वर्गों को राहत देने वाला बताया तो वहीं विपक्ष बजट को पूरी तरह से निराशाजनक बजट बताता नजर आया.
कांग्रेस की विधायक गीता भुक्कल ने बजट पर सरकार को घेरते हुए कहा कि सभी वर्गों को बजट से बड़ी उम्मीदें थी मगर बेहद निराशाजनक बजट साबित हुआ है. जिसमें शिक्षा, कृषि, युवाओं व महिलाओं के लिए कुछ नया नहीं रहा.
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गीता भुक्कल ने कहा कि कोरोना काल में सभी बजट से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे थे मगर सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कोई काम नहीं किया. केवल नाम बदलने के अलावा नए संस्थानों की घोषणा नहीं की गई. युवा बजट से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे थे मगर युवाओं के हाथ भी निराशा लगी. उन्होंने कहा कि ये बजट जनहितैषी बजट नजर नहीं आ रहा है. प्रदेश पर घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है.
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वहीं सत्ता पक्ष जहां सामाजिक समरसता पेंशन 2500 रुपये करने की घोषणा को बड़ी उपलब्धि मान रहा है. वहीं गीता भुक्कल ने निशाना साधते हुए कहा कि 5100 रुपये पेंशन करने की घोषणा के बाद महज 250 रुपये की वृद्धि की गई है.
गौरतलब है कि सीएम मनोहर लाल ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 1.55 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया. सीएम ने बजट अनुमानों में किसी नए कर का प्रस्ताव नहीं किया है.
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