चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने अपने 100 दिन पूरे होने पर अपने कामों का ब्यौरा दिया. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार के 100 दिन के कामकाज के बारे में पूरी जानकारी दी. सीएम मनोहर लाल की अब तक योजनाओं पर विपक्ष की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर जमकर निशाना साधा. हालांकि 100 दिन पूरे होने पर सैलजा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बधाई भी दी. कुमारी सैलजा ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने अपने 100 दिन का रिपोर्ट कार्ड दिया है. मैं उन्हें बधाई देना चाहूंगी. 100 दिन पूरे हुए. आपकी सरकार और आपको बहुत-बहुत बधाई. अगले 100 दिन आगे देखेंगे.
दुष्यंत चौटाला पर सैलजा का तंज
साथ ही दुष्यंत चौटाला पर निशाना साधते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि 'जब मुख्यमंत्री अपना लेखा जोखा दे रहे थे, उस समय मुख्यमंत्री के आस-पास ऐसे लोग बैठे थे जिन्हें बीजेपी ने, मुख्यमंत्री और बीजेपी से जुड़े नेताओं ने जी भरके कोसा था. आज उनके आस-पास बैठकर अपने 100 दिन की उपलब्धि गिना रहे हैं.
वहीं सैलजा न कहा कि जेजेपी ने कहा था कि अगर उनकी सरकार बनती है तो बुजुर्गों को 5100 रुपये पेंशन देंगे, लेकिन जब बीजेपी से गठबंधन हो गया तो वो भी मुकर गए. सरकार से ये भी सुनिश्चित नहीं करा पाए हैं कि वो बुजुर्गों को 5 हजार रुपये पेंशन देंगे. उनका चुनावी वादा था. ये 100 दिन में पूरा हो जाना चाहिए था. सरकार ने हरियाणा के बुजुर्गों के साथ धोखा किया है.
एसवाईएल के मुद्दे पर सैलजा का तंज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा न कहा कि सरकार एसवाईएल को लेकर बात करती रहती है लेकिन हो क्या रहा है? क्या एसवाईएल के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री कभी पीएम मोदी से मिल पाए हैं.
क्या एसवाईएल का मुद्दा केंद्र सरकार के आगे उठाया है. क्या कोई ऐसा मुद्दा लेकर केंद्र सरकार के पास गए हैं जिसका नतीजा बजट हरियाणा की जनता को मिला है. केंद्रीय बजट जो अभी मिला है उसमें हरियाणा को कुछ भी नहीं मिला.
हरियाणा में 24 घंटे बिजली
हरियाणा के कुछ नहीं मिला है. ना कोई कर्जमाफी की बात की गई. न बिजली की कोई बात हुई. हरियाणा में 24 घंटे बिजली की बात कर रहे हैं लेकिन हरियाणा में मात्र 70 गांव में 24 घंटे बिजली मिल रही है. इस तरह के सिर्फ जुमले हैं. दलितों की बात करते हैं लेकिन वहां भी छात्रवृत्ति का घोटाला किया. उनको भी कुछ नहीं मिला.
मेरे मन में सवाल आया कि ये लोग हरियाणा की जनता को क्या जवाब दे रहे हैं? आपने जो हरियाणा की जनता से वादे किए थे, उसका क्या रिपोर्ट कार्ड आप क्या पेश करना चाहते हैं? कुछ सरकारी अधिकारियों ने कुछ चीजें सीएम के आगे रख दी और मुख्यमंत्री ने वो पढ़ दीं. 100 दिन पूरे हो गए 101 चीजें गिनवा दीजिए. कुछ नई तो कुछ पुरानी. खैर नया तो कुछ दिखा नहीं. जो 5 सालों में पूरा नहीं कर पाए वो इन 100 दिनों में ऐसी क्या बात करते दिखा दी.
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साथ ही सैलजा ने कहा कि सरकार की 100 दिन की उपलब्धि में गिनाना चाहुंगी. उन्होंने कहा कि 'भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने जो सौगात हरियाणा की जनता को दी है, वो हैं घोटाले पर घोटाल, लेकिन मुख्यमंत्री ने घोटाले से जुड़ी एक भी बात का जिक्र नहीं किया. जो 100 दिन की बात कही वो सिर्फ जुमले पेश किए.
बीजेपी वालों को लगता है जुमला शब्द विपक्ष ने उनको दिया है. वो बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के गृह मंत्री अमित शाह ने ये शब्दावली में डाला था. बीजेपी ने 2014 के चुनाव में ये शब्द डाले. उस समय पीएम के दावेदार मोदी जी ने जुमलों के आधार पर सरकार बनाई थी. हरियाणा सरकार ने ये 101 जुमलों की लिस्ट हमारे सामने रखी है.
धान घोटाले पर सैलजा का तंज
हरियाणा में किसानों ने 9 लाख एकड़ धान के पंजीकृत किया. उसमें जो औसत निकलती है वो 75 से 80 क्विंटल निकलती है. जबकि विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे आधी होती है. ये तो उपज कहां गई. ये उंगली उठती है तो सरकार पर उठती है, प्रशासन पर उठती है. यहां करोंड़ो का घोटाला हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री ने कोई जिक्र नहीं किया. ये सब सरकार की मिली भगत से हुआ है.
हरियाणा में अवैध खनन
साथ ही हरियाणा में हो रहे खनन पर सरकार को घेरते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा में अवैध खनन बड़ा घोटाला है. ये खुद सीएजी ने कहा है. उस पर भी मुख्यमंत्री ने कुछ नहीं किया. सिर्फ ये कहा गया कि अवैध खनन में जो ट्रांसपोर्ट था उस पर कार्रवाई की गई है. इसका मतलब पहले पांच साल आपने खुली छूट दे रखी थी. अभी भी क्या हो रहा है? हरियाणा में अवैध खनन हजारों करोड़ रूपये का घोटाला है. सीएम ने सीएजी की रिपोर्ट पर चुप्पा साधी कुछ नहीं कहा.
हरियाणा में क्राइम
हरियाणा में क्राइम बढ़ता जा रहा है. सरकार निर्भया फंड को खर्च नहीं कर रही है. सीएम को उसके बारे में बताना चाहिए कि उस पर आपने क्या किया है? चाहें महिलाओं पर अत्याचार हों या दलितों पर, प्रदेश में दिन प्रतिदिन वारदातें बढ़ती जा रही हैं. किसी भी जिले में देख लीजिए. हत्या पर हत्याएं हो रही हैं. चोर एटीएम के एटीएम ही उठा कर ले जा रहे हैं. सरेआम गोलियां चल रही हैं. क्राइम पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है. एनसीआरबी कि रिपोर्ट भी यही कहती है.
हरियाणा में सरकार स्कूल कर रही बंद
वहीं शिक्षा विभाग की बात करें तो सरकार एक हजार से ज्याता तो सरकारी स्कूल बंद कर रही है. शिक्षा क्या देंगे आप. कहते हैं किताबें देंगे लेकिन पहले शिक्षा प्रणाली को तो ठीक कर लें. बच्चे स्कूल छोड़ रहे हैं. आप आंकड़े उठाकर देख लीजिए की शिक्षा में हरियाणा कितना पीछे हो रहा है?
हरियाणा में बेरोजगारी
हरियाणा में बेरोजगारी बढ़ रही है लेकिन मुख्यमंत्री ने कुछ नहीं कहा. जब चुनाव हो रहा था उस समय सीएमआई की रिपोर्ट थी. रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में बेरोजगारी सबसे ज्यादा 28 प्रतिशत थी जो दिसंबर तक बढ़कर 30 प्रतिशत हो गई है. माननीय मुख्यमंत्री अपनी 100 दिन की उपलब्धि में ये भी गिन लेते. हरियाणा में उद्योग बंद हो रहे हैं. नए उद्योग देना तो दूर की बात है पुराने भी खत्म हो रहे हैं. सरकार आने के बाद प्रदूषण के नाम पर आपने एकदम फैक्ट्रियां बद करवा दी हैं. उनसे लोगों का नुकसान हुआ है.