चंडीगढ़: हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने आज चंडीगढ़ में वरिष्ठ अधिकारियों की मीटिंग लेकर निर्देश दिए कि करीब 17 माह तक चलने वाले इस महोत्सव के दौरान सभी विभागों द्वारा ऐसे अनुकरणीय कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए जिनमें देश की आजादी से लेकर वर्तमान समय तक विकास के सफर की झलक दिखाई दे. उन्होंने इस मैराथन महोत्सव के लिए अधिकारियों की एक कमेटी बनाने के भी निर्देश दिए ताकि समय-समय पर तैयारियों की समीक्षा की जा सके.
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मुख्य सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अमृत-महोत्सव’ का शुभारंभ करते हुए गत 12 मार्च को गुजरात के साबरमती से दांडी-मार्च को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उसी दिन एक प्रदर्शनी का उदघाटन कर इस महोत्सव की हरियाणा में भी शुरुआत कर दी थी.
विजय वर्धन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 15 अगस्त 2022 तक विभिन्न विभागों द्वारा जितने भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएं उन सबको ‘अमृत-महोत्सव’ से जोड़कर करवाएं ताकि लोगों को अपने देश की आजादी व प्रगति पर गर्व हो. उन्होंने सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग को निर्देश दिए कि भारत की स्वतंत्रता की खातिर बलिदान और योगदान देने वाले उन योद्घाओं को भी ट्रेस-आऊट करने का प्रयास करें जिनका अभी तक लिखित इतिहास में जिक्र न हो पाया हो.
मुख्य सचिव ने देश की आजादी से लेकर अभी तक राष्ट्र की सीमा की सुरक्षा या देश में शांति की स्थापना बनाए रखने में भूमिका निभाने वाले सेना और अर्ध-सैनिक बल के वीर-शहीदों की जीवन-यात्रा पर डॉक्यूमेंट्री बनाकर विभिन्न समारोह या कार्यक्रमों में प्रदर्शित करने और स्मारिका प्रकाशित करने के निर्देश दिए ताकि प्रदेश की युवा पीढ़ी उनके शौर्य एवं बलिदान से प्रेरणा ले सके.
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उन्होंने कहा कि हरियाणा में स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े व्यक्तियों या अन्य तथ्यों की खोजबीन के लिए अगर आवश्यकता हो तो इतिहास से जुड़े प्रसिद्ध युवा स्कॉलर की भी मदद ली जा सकती है. उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में हरियाणा के प्रतिष्ठित व्यक्तियों की सूची तैयार कर उनके जीवन-संघर्ष पर आधारित डॉक्यूमेंट्री बनाई जानी चाहिए ताकि देश भी भावी पीढ़ी उनसे सीख ले सके. मुख्य सचिव ने अधिकारियों को इस ‘अमृत-महोत्सव’ में लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.