चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने जिला उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए बैठक की. इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला उपायुक्तों एवं पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश में अवैध शराब की तस्करी, विशेषकर अंतर राज्यीय सीमा वाले क्षेत्रों में अंकुश लगाने के लिए जिला स्तर पर एक मजिस्ट्रेट की अगुवाई में पुलिस तथा आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों की विशेष टीमों का गठन करें.
मुख्यमंत्री ने आदेश दिए कि डिस्टिलरीज से ठेकों तक बिना डयूटी की अदायगी वाली शराब की आपूर्ति पर भी रोक लगाएं. साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी अधीकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में शराब के अवैध गोदामों का पता लगाने को कहा. मुख्यमंत्री ने जिला उपायुक्तों एवं पुलिस अधीक्षकों को डिस्टिलरीज में तत्काल फलोमीटर लगवाना और प्रत्येक डिस्टिलरीज में इनकी नियमित निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा, पुलिस की ओर से जब्त की गई शराब की भी इन्वेंटरी तैयार की जानी चाहिए.
सरकार की ओर मिली छूट के बाद हरियाणा में पहले दिन शराब की बिक्री ना के बराबर हुई है. इस शराब की बिक्री ना होने के कई कारण हैं. जिनमें पहला कारण ये भी कोरोना वायरस का संक्रमण है. हो सकता है लोग कोरोना वायरस की वजह से घर से ना निकले हैं. इसके उलट ऐसा भी हो सकता है कि लोगों के पास पहले से ही पर्याप्त शराब का स्टॉक हो.
ये भी पढ़ें:- Etv भारत पर लॉकडाउन के बीच ओलंपिक खिलाड़ी योगेश्वर दत्त ने दी फिटनेस टिप्स
हाल ही में सोनीपत के एक गोदाम में बारी मात्रा में शराब के गायब होने की सूचना मिली थी. आबकारी विभाग ने कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में अवैध शराब को बरामद किया था. जिसके बाद गृह मंत्री अनिल विज ने दो पुलिसकर्मियों पर एफआईआर के आदेश दिए. इन दो पुलिसकर्मियों को पहले ही लाइन हाजिर किया जा जा चुका था.