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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिए प्रदेश के 1890 तालाबों के सुधार के निर्देश - Manohar Lal pond restoration

प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में सीएम मनोहर लाल ने अधिकारियों को 1890 तालाबों को सुधारने के निर्देश दिए.

manohar lal
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Published : Feb 18, 2021, 7:44 PM IST

चंडीगढ़: प्रदेश के 1890 तालाबों के जल्द सुधार के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आदेश दे दिए हैं. प्रदेश के 1890 तालाबों का एक तय समय सीमा में सुधार कर जनता को सौंपना सुनिश्चित किया जाएगा. बता दें, मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए किए जा रहे कार्यों से संबंधित समीक्षा बैठक कर रहे थे.

मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के गंदे नालों के दूषित पानी को उपचारित कर मत्स्य पालन और सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जाए. साथ ही बरसाती तालाबों की सफाई का भी विशेष ध्यान रखें और 30 जून तक उनको खाली कर सफाई का कार्य पूर्ण करें.

ये भी पढे़ं- पलवल के सूखे पड़े रजवाहों में जल्द छोड़ा जाएगा पानी, विभाग ने तैयार की योजना

सुधार के बाद तालाबों की देखरेख के लिए स्थानीय स्तर पर युवकों की एक टीम गठित करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल तालाब बनाने तक ही सीमित ना रहकर उनकी देखरेख पर ध्यान केंद्रित करना भी आवश्यक है.

उन्होंने कहा कि वर्तमान में अगर किसी तालाब पर अतिक्रमण है तो उसे संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लाएं, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके. बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार 2019-20 और 2020-21 के दौरान विभिन्न स्कीमों के तहत कुल 905 तालाबों का सुधार-कार्य पूर्ण हो चुका है और 756 तालाबों का कार्य पूर्ण होने के निकट है.

ये भी पढे़ं- कैथल: 17 करोड़ रुपये की लागत से बिछाई जा रही नई पाइपलाइन

वर्तमान में 18 मॉडल तालाबों में घरों से जो गंदा पानी आ रहा है उसे कंस्ट्रक्टेड वेटलैंड टेक्नोलॉजी द्वारा उपचारित करने के बाद ही तालाबों में डाला जा रहा है और 2020-21 में प्रस्तावित 200 तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य जल्द ही आरंभ किया जाएगा.

चंडीगढ़: प्रदेश के 1890 तालाबों के जल्द सुधार के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आदेश दे दिए हैं. प्रदेश के 1890 तालाबों का एक तय समय सीमा में सुधार कर जनता को सौंपना सुनिश्चित किया जाएगा. बता दें, मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए किए जा रहे कार्यों से संबंधित समीक्षा बैठक कर रहे थे.

मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के गंदे नालों के दूषित पानी को उपचारित कर मत्स्य पालन और सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जाए. साथ ही बरसाती तालाबों की सफाई का भी विशेष ध्यान रखें और 30 जून तक उनको खाली कर सफाई का कार्य पूर्ण करें.

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सुधार के बाद तालाबों की देखरेख के लिए स्थानीय स्तर पर युवकों की एक टीम गठित करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल तालाब बनाने तक ही सीमित ना रहकर उनकी देखरेख पर ध्यान केंद्रित करना भी आवश्यक है.

उन्होंने कहा कि वर्तमान में अगर किसी तालाब पर अतिक्रमण है तो उसे संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लाएं, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके. बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार 2019-20 और 2020-21 के दौरान विभिन्न स्कीमों के तहत कुल 905 तालाबों का सुधार-कार्य पूर्ण हो चुका है और 756 तालाबों का कार्य पूर्ण होने के निकट है.

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वर्तमान में 18 मॉडल तालाबों में घरों से जो गंदा पानी आ रहा है उसे कंस्ट्रक्टेड वेटलैंड टेक्नोलॉजी द्वारा उपचारित करने के बाद ही तालाबों में डाला जा रहा है और 2020-21 में प्रस्तावित 200 तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य जल्द ही आरंभ किया जाएगा.

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