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Chandigarh School Admission: चंडीगढ़ में सरकारी स्कूलों में 11वीं कक्षा की 993 सीटें खाली, जानिए वजह

Chandigarh School Admission चंडीगढ़ में सरकारी स्कूलों में 11वीं कक्षा की तीसरी काउंसलिंग के बाद भी 993 सीट खाली हैं. दाखिले के आखिरी दौर में सिर्फ 587 विद्यार्थियों ने आवेदन किया है. आखिर सरकारी स्कूलों में इतनी सीटें कैसे खाली रह गई हैं, इसके पीछे क्या वजह है जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर... (Chandigarh Education Department  993 seats of class 11th vacant in government schools)

Chandigarh Education Department  993 seats of class 11th vacant in government schools
चंडीगढ़ में सरकारी स्कूलों में 11वीं कक्षा की 993 सीटें खाली
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Sep 22, 2023, 9:31 AM IST

चंडीगढ़: पिछले लंबे समय से चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में 11वीं कक्षा में दाखिले करवाने के लिए छात्र और अभिभावक भागा दौड़ी कर रहे थे. लेकिन, तीसरे दौर की काउंसलिंग के बाद भी सरकारी स्कूलों में 993 सीटें खाली रह गई हैं. तीसरी काउंसलिंग 1583 सीटों को भरने के लिए करवाई गई थी, लेकिन उसमें से सिर्फ 36 फीसदी ही सीट भर पाई हैं. वहीं, चंडीगढ़ शिक्षा विभाग का कहना है कि फिलहाल वे इन खाली सीटों को भरने की कोशिश करेंगे.

चंडीगढ़ में 43 स्कूलों में 13,875 सीट: बता दें कि, चंडीगढ़ के 43 स्कूलों में 11वीं कक्षा की कुल 13,875 सीटें हैं. इनमें आर्ट्स की कुल 7060 सीटें, कॉमर्स की 1980, इलेक्टिव और स्किल कोर्स की 1755, नॉन मेडिकल मेडिकल की 3080 सीटें हैं. वहीं, इस साल एक बड़े स्तर पर 11 वीं कक्षा में प्रवेश को लेकर नई नीति अपनाई गई है. पहली काउंसलिंग के दौरान कुल 13,875 सीटों के लिए आवेदन किए गए थे, जिसमें से 85% चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों से दसवीं कक्षा पूरी करने वाले छात्रों के लिए आरक्षित रखी गई थी. जिसके तहत कुल सीटों में से 11,794 सीट्स पर सिर्फ चंडीगढ़ में रहने वाले छात्रों के लिए ही रखी गयी थी. सिर्फ 15% यानी 2081 सीट्स सामान्य स्कूल और अन्य राज्यों से आने वाले छात्रों के लिए रखी गई थी. नई शिक्षा नीति के मुताबिक 17 सितंबर तक 1583 सीटें खाली रह गई थी. जिसके तहत मेडिकल और नॉन मेडिकल की 572 सीटें, कॉमर्स की 44 सीटें, आर्ट्स की 372 सीटें और स्किल कोर्स की कुल 395 सीटें खाली रह गयी हैं. हालांकि चंडीगढ़ के 43 स्कूलों में 11वीं कक्षा में एडमिशन प्रक्रिया अभी भी जारी है.

सीट्स खाली रहने की मुख्य वजह: चंडीगढ़ शिक्षा विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक तीसरी काउंसलिंग में 1,583 सीटों को लेकर करवाई गयी थी. जिसमें कुल 587 आवेदन ही प्राप्त हुए. इसमें 49 सरकारी स्कूलों के छात्र हैं, जबकि 538 शहर के निजी स्कूलों और अन्य शहरों के छात्रों द्वारा आवेदन किया गया है. शिक्षा विभाग द्वारा 85% आरक्षण नियम के चलते पहली प्राथमिकता सरकारी स्कूलों के छात्रों को दी जाएगी.दूसरी काउंसलिंग के बाद शिक्षा विभाग की ओर घोषणा की गई थी कि अब तीसरी काउंसलिंग नहीं करवाई जाएगी. ऐसे में छात्रों के पास निजी स्कूलों में 11वीं कक्षा में ही दाखिला करवाने का विकल्प बच गया था.

अधिकांश स्कूलों में 11वीं के पहले टर्म की परीक्षा शुरू: शहर के स्कूलों में 2023-24 शैक्षणिक सत्र पहले से ही शुरू हो चुका है. इस स्थिति में भी विभाग द्वारा तीसरी काउंसलिंग 12 से 17 सितंबर में आयोजित की गई थी. हालांकि सितंबर महीने में अधिकतर स्कूलों में 11वीं के पहले टर्म की परीक्षा शुरू हो चुकी है. जिसके चलते छात्रों ने तीसरी काउंसलिंग में रुचि नहीं दिखाई, जिसके कारण 993 सीट अभी भी खाली रह गई हैं. यह पहली बार है कि तीसरी काउंसलिंग के बाद बड़ी संख्या में स्कूलों में सीटें खाली रह गई हैं.

ये भी पढ़ें: Deputy CM Dushyant Chautala in Hisar: महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट बनेगा इंटीग्रेटेड हब, जनवरी तक केंद्र से मिलेंगे 1800 करोड़ रुपये- डिप्टी सीएम

तीसरी काउंसलिंग के बाद आज जारी होगी स्कूल आवंटन सूची: तीसरी काउंसलिंग के दौरान शिक्षा विभाग द्वारा सूचना जारी की गई थी कि तीसरी काउंसलिंग में उन बच्चों को दाखिला मिलेगा, जिनके पहले दो काउंसलिंग में नाम नहीं आया है. काउंसलिंग से पहले शहर के सरकारी स्कूल से ही पास हुए बच्चों को दाखिला देने का ऐलान किया गया था. आज (शुक्रवार, 22 सितंबर) स्कूल आवंटन सूची जारी होने वाली है.

क्या कहते हैं दाखिले संबंधी अधिकारी?: चंडीगढ़ शिक्षा विभाग निदेशक हरसुरिंदरपाल सिंह बराड़ ने बताया कि 'हम प्राप्त आवेदनों की संख्या के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकते. खाली रह गई सीटों को भरने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा कोशिश की जाएगी. हमारी प्राथमिकता रहेगी कि चंडीगढ़ के जिन बच्चों का नाम पहले और दूसरी काउंसलिंग के दौरान लिस्ट में नाम नहीं आया है, उन्हें ही दाखिला दिया जाए. इस सबके बावजूद भी अगर सीट खाली रह जाती हैं. तो बाहरी शहरों आने वाले बच्चों को दाखिला देने के बारे में विचार किया जाएगा. इस मामले में कुछ और नहीं कहा जा सकता.'

ये भी पढ़ें: PU Student Union Election Result: पंजाब यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में NSUI की बड़ी जीत, AAP को मिली करारी हार!

चंडीगढ़: पिछले लंबे समय से चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में 11वीं कक्षा में दाखिले करवाने के लिए छात्र और अभिभावक भागा दौड़ी कर रहे थे. लेकिन, तीसरे दौर की काउंसलिंग के बाद भी सरकारी स्कूलों में 993 सीटें खाली रह गई हैं. तीसरी काउंसलिंग 1583 सीटों को भरने के लिए करवाई गई थी, लेकिन उसमें से सिर्फ 36 फीसदी ही सीट भर पाई हैं. वहीं, चंडीगढ़ शिक्षा विभाग का कहना है कि फिलहाल वे इन खाली सीटों को भरने की कोशिश करेंगे.

चंडीगढ़ में 43 स्कूलों में 13,875 सीट: बता दें कि, चंडीगढ़ के 43 स्कूलों में 11वीं कक्षा की कुल 13,875 सीटें हैं. इनमें आर्ट्स की कुल 7060 सीटें, कॉमर्स की 1980, इलेक्टिव और स्किल कोर्स की 1755, नॉन मेडिकल मेडिकल की 3080 सीटें हैं. वहीं, इस साल एक बड़े स्तर पर 11 वीं कक्षा में प्रवेश को लेकर नई नीति अपनाई गई है. पहली काउंसलिंग के दौरान कुल 13,875 सीटों के लिए आवेदन किए गए थे, जिसमें से 85% चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों से दसवीं कक्षा पूरी करने वाले छात्रों के लिए आरक्षित रखी गई थी. जिसके तहत कुल सीटों में से 11,794 सीट्स पर सिर्फ चंडीगढ़ में रहने वाले छात्रों के लिए ही रखी गयी थी. सिर्फ 15% यानी 2081 सीट्स सामान्य स्कूल और अन्य राज्यों से आने वाले छात्रों के लिए रखी गई थी. नई शिक्षा नीति के मुताबिक 17 सितंबर तक 1583 सीटें खाली रह गई थी. जिसके तहत मेडिकल और नॉन मेडिकल की 572 सीटें, कॉमर्स की 44 सीटें, आर्ट्स की 372 सीटें और स्किल कोर्स की कुल 395 सीटें खाली रह गयी हैं. हालांकि चंडीगढ़ के 43 स्कूलों में 11वीं कक्षा में एडमिशन प्रक्रिया अभी भी जारी है.

सीट्स खाली रहने की मुख्य वजह: चंडीगढ़ शिक्षा विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक तीसरी काउंसलिंग में 1,583 सीटों को लेकर करवाई गयी थी. जिसमें कुल 587 आवेदन ही प्राप्त हुए. इसमें 49 सरकारी स्कूलों के छात्र हैं, जबकि 538 शहर के निजी स्कूलों और अन्य शहरों के छात्रों द्वारा आवेदन किया गया है. शिक्षा विभाग द्वारा 85% आरक्षण नियम के चलते पहली प्राथमिकता सरकारी स्कूलों के छात्रों को दी जाएगी.दूसरी काउंसलिंग के बाद शिक्षा विभाग की ओर घोषणा की गई थी कि अब तीसरी काउंसलिंग नहीं करवाई जाएगी. ऐसे में छात्रों के पास निजी स्कूलों में 11वीं कक्षा में ही दाखिला करवाने का विकल्प बच गया था.

अधिकांश स्कूलों में 11वीं के पहले टर्म की परीक्षा शुरू: शहर के स्कूलों में 2023-24 शैक्षणिक सत्र पहले से ही शुरू हो चुका है. इस स्थिति में भी विभाग द्वारा तीसरी काउंसलिंग 12 से 17 सितंबर में आयोजित की गई थी. हालांकि सितंबर महीने में अधिकतर स्कूलों में 11वीं के पहले टर्म की परीक्षा शुरू हो चुकी है. जिसके चलते छात्रों ने तीसरी काउंसलिंग में रुचि नहीं दिखाई, जिसके कारण 993 सीट अभी भी खाली रह गई हैं. यह पहली बार है कि तीसरी काउंसलिंग के बाद बड़ी संख्या में स्कूलों में सीटें खाली रह गई हैं.

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तीसरी काउंसलिंग के बाद आज जारी होगी स्कूल आवंटन सूची: तीसरी काउंसलिंग के दौरान शिक्षा विभाग द्वारा सूचना जारी की गई थी कि तीसरी काउंसलिंग में उन बच्चों को दाखिला मिलेगा, जिनके पहले दो काउंसलिंग में नाम नहीं आया है. काउंसलिंग से पहले शहर के सरकारी स्कूल से ही पास हुए बच्चों को दाखिला देने का ऐलान किया गया था. आज (शुक्रवार, 22 सितंबर) स्कूल आवंटन सूची जारी होने वाली है.

क्या कहते हैं दाखिले संबंधी अधिकारी?: चंडीगढ़ शिक्षा विभाग निदेशक हरसुरिंदरपाल सिंह बराड़ ने बताया कि 'हम प्राप्त आवेदनों की संख्या के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकते. खाली रह गई सीटों को भरने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा कोशिश की जाएगी. हमारी प्राथमिकता रहेगी कि चंडीगढ़ के जिन बच्चों का नाम पहले और दूसरी काउंसलिंग के दौरान लिस्ट में नाम नहीं आया है, उन्हें ही दाखिला दिया जाए. इस सबके बावजूद भी अगर सीट खाली रह जाती हैं. तो बाहरी शहरों आने वाले बच्चों को दाखिला देने के बारे में विचार किया जाएगा. इस मामले में कुछ और नहीं कहा जा सकता.'

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