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Chandigarh Parking Policy: चंडीगढ़ में वाहनों की पार्किंग फीस पॉलिसी को प्रशासक ने बदला, नगर निगम के उतरे तेवर - chandigarh parking policy

चंडीगढ़ में पार्किंग फीसी पॉलिसी को लेकर चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित के द्वारा फैसला बदले जाने पर अधिकारियों ने तेवर ढीले पड़ गए हैं. प्रशासक ने एडमिनिस्ट्रेटर एडवाइजरी काउंसिल की मीटिंग के दौरान कहा था कि इस तरह से पार्किंग पॉलिसी में दोहरा रवैया अपनाने से परहेज करना चाहिए. दरअसल दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर तिगुना फीस चार्ज लगाते हुए फैसला लिया गया था. (chandigarh parking policy)

chandigarh parking policy
चंडीगढ़ में वाहनों की पार्किंग फीस पॉलिसी
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Published : Aug 22, 2023, 2:33 PM IST

चंडीगढ़: पिछले दिनों चंडीगढ़ नगर निगम की हाउस मीटिंग में चंडीगढ़ के लोगों को राहत देते हुए पार्किंग फीस पॉलिसी में बदलाव किया गया था. वहीं, दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर दोगुना फीस चार्ज लगाने का फैसला लिया गया था. इसका विरोध न सिर्फ हरियाणा के नेताओं ने किया बल्कि पंजाब के नेताओं ने भी इस फैसले का जमकर विरोध किया. इसके बाद चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित द्वारा सलाहकार परिषद की मीटिंग में नगर निगम के पार्किंग में डबल चार्जिंग के मुद्दे को पुनर्विचार करने के बारे में कहा गया. इसके बाद नगर निगम के अधिकारियों का तेवर बदला हुआ नजर आ रहा है.

ये भी पढ़ें: Chandigarh EV Policy: चंडीगढ़ में ईवी पॉलिसी लागू करने पर प्रशासन का जोर, सार्वजनिक ई-चार्जिंग स्टेशन शुरू नहीं होने से लोग परेशान

बता दें कि, चंडीगढ़ में रोजाना दफ्तरी कानूनी और स्वास्थ्य संबंधी कामकाज के लिए आने वाले लोगों की संख्या लाखों में है. चंडीगढ़ में हरियाणा पंजाब हिमाचल और अन्य साथ लगते राज्यों से वाहनों का आना-जाना रहता है. इन वाहनों की संख्या 2 लाख से अधिक है. ऐसे में बाहर से आने वाले वाहनों की पार्किंग फीस को लेकर नगर निगम द्वारा फैसला किया गया था कि वे बाहरी वाहनों पर दुगना पार्किंग चार्ज लगाएंगे.

वहीं, शहर के लोगों के लिए 2 पहिया पार्किंग फ्री की जाएगी और चार पहिया पार्किंग के लिए पास का प्रबंध करने का फैसला लिया गया. ऐसे में हरियाणा और पंजाब आने जाने वाले राजनीतिक और अन्य लोगों द्वारा इस फैसले को लेकर विरोध जताया गया. जिसके बाद बीते दिन सलाहकार परिषद की मीटिंग में जब एक राजनीतिक नेता द्वारा पार्किंग के मुद्दे को लेकर सवाल पूछा गया. इस दौरान चंडीगढ़ के प्रशासक ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह इस पर तुरंत पुनर्विचार करके फैसला वापस लें.

डिप्टी मेयर कंवरजीत सिंह ने बताया कि, जिन नियमों को लेकर आम लोगों के सेंटीमेंट को दुख पहुंचता है, उन्हें बदलने में कोई गुरेज नहीं है. बीते दिनों हाउस मीटिंग में और राज्यों से आने वाले वाहनों पर पार्किंग फीस को लेकर एजेंडे पर मुहर लगाई गई थी. उन्होंने कहा कि, हमारे प्रशासक द्वारा राज्यों से आने वाले वाहनों की फीस को लेकर पुनर्विचार करने का फैसला लिया गया है. जिसका चंडीगढ़ नगर निगम स्वागत करता है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में इलेक्ट्रॉनिक्स वेस्ट रीसाइक्लिंग पॉलिसी बनायेगी सरकार, डिप्टी सीएम ने ड्राफ्ट को लेकर की बैठक

कंवरजीत सिंह ने कहा कि, पार्किंग की सुविधा लोगों के लिए ही बनाई गई है अगर लोगों को इससे तकलीफ पहुंचती है तो इन्हें बदलने में कोई बुराई नहीं है. रही बात आम आदमी पार्टी के पार्षदों से माफी मांगने की, तो बीते दिनों नगर निगम में हुई हाउस मीटिंग के दौरान आम आदमी के पार्षदों सभी कांग्रेसी और भाजपा के पार्षदों को चोर बताया गया था. जिसे भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों द्वारा विरोध किया गया था और आप पार्टी के पार्षद से सबूत भी मांगा गया था. ऐसे में आम आदमी पार्टी के पार्षदों द्वारा किए गए हंगामे के चलते उन्हें हाउस मीटिंग से बाहर निकाला गया और सस्पेंड किया गया था. जबकि, पार्किंग के मुद्दे को लेकर किसी भी पार्षद द्वारा कोई बात नहीं की गई थी. डिप्टी मेयर ने बताया कि, शहर में पार्किंग की सुविधा को सुचारू रूप से चलने के लिए एक नियमित अमाउंट रखा गया है. वहीं, जो लोग रोजाना पार्किंग की फीस नहीं दे सकते उनके लिए पास की सुविधा की गई है. इन पास के चार्ज अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत कम है.

अंडरग्राउंड पार्किंग के बारे में चंडीगढ़ के डिप्टी मेयर कंवर जीत सिंह ने बताया कि, शहर की सभी अंडर पार्किंग का इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं, लोगों पर ही निर्भर है कि वे अपनी कारों को अंडर पार्किंग में नहीं लगवाना चाहते क्योंकि आज के समय में हर किसी को जल्दी है. उन्होंने कहा कि, सेक्टर- 8 की अंदर पार्किंग की रिनोवेशन करवाई जा रही है. जल्द ही उसे आम लोगों के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी.

आम आदमी पार्टी के नेता प्रेम गर्ग ने बताया कि पार्किंग के मुद्दे को लेकर हमेशा आम आदमी पार्टी का पक्ष स्पष्ट रहा है कि वह पार्किंग को आम लोगों के लिए फ्री करना चाहती है. वहीं, अगर पार्किंग की जिम्मेदारी देनी है तो ऐसे में मार्केट कमेटी को पार्किंग से संबंधित जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. क्योंकि मौजूदा समय में जो पार्किंग को लेकर कर्मचारी खड़े हैं, वह अपना काम अच्छे से नहीं कर रहे हैं. आज सभी सेक्टरों में खड़ी गाड़ियां गाड़ी के मालिक द्वारा ही लगाई और निकाली जाती है. ऐसे में किसी भी पार्किंग कर्मचारी का सहयोग नहीं मिलता है, जिसके चलते लोग गाड़ी निकलने वाले रास्ते पर ही अपनी गाड़ी पार्क कर देते हैं.

वहीं, अन्य राज्यों से आने वाले वाहन की पार्किंग फीस का मुद्दा हैरान भरा है. आखिर किस आधार पर मेयर और उनके संबंधित अधिकारियों द्वारा राज्यों से आने वाले वाहनों की पार्किंग फीस के फैसले पर मुहर लगाई गई थी. ऐसे में क्या नगर निगम के अधिकारियों द्वारा प्रशासक और सलाहकार को इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई थी.

वहीं, चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित द्वारा इस फैसले को लेकर दोबारा पुनर्विचार करने की बात कही गई है. वही आप सब अपने आसपास की गलतियां निकाल रहे हैं. दूसरी ओर हाउस मीटिंग में आम आदमी पार्टी के पार्षदों द्वारा पार्किंग का मुद्दा उठाया गया था तो उन्हें मेयर के मार्शल हाउस मीटिंग से ही बाहर निकाल दिया था और सभी भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों ने इस पार्किंग के मुद्दे को लेकर एजेंडा पास कर दिया था.

उन्होंने बताया कि, सेक्टर- 17 और सेक्टर- 8 में अंदर पार्किंग बनाई गई है. लेकिन, मौजूदा समय में वाहन या तो चोर उचक्के रह रहे हैं या वहां भूत का डेरा है. ऐसे में नगर निगम को उन सभी अंडर पार्किंग का रिनोवेशन करवाते हुए आम लोगों के लिए सुचारू बनाना चाहिए.

चंडीगढ़: पिछले दिनों चंडीगढ़ नगर निगम की हाउस मीटिंग में चंडीगढ़ के लोगों को राहत देते हुए पार्किंग फीस पॉलिसी में बदलाव किया गया था. वहीं, दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर दोगुना फीस चार्ज लगाने का फैसला लिया गया था. इसका विरोध न सिर्फ हरियाणा के नेताओं ने किया बल्कि पंजाब के नेताओं ने भी इस फैसले का जमकर विरोध किया. इसके बाद चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित द्वारा सलाहकार परिषद की मीटिंग में नगर निगम के पार्किंग में डबल चार्जिंग के मुद्दे को पुनर्विचार करने के बारे में कहा गया. इसके बाद नगर निगम के अधिकारियों का तेवर बदला हुआ नजर आ रहा है.

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बता दें कि, चंडीगढ़ में रोजाना दफ्तरी कानूनी और स्वास्थ्य संबंधी कामकाज के लिए आने वाले लोगों की संख्या लाखों में है. चंडीगढ़ में हरियाणा पंजाब हिमाचल और अन्य साथ लगते राज्यों से वाहनों का आना-जाना रहता है. इन वाहनों की संख्या 2 लाख से अधिक है. ऐसे में बाहर से आने वाले वाहनों की पार्किंग फीस को लेकर नगर निगम द्वारा फैसला किया गया था कि वे बाहरी वाहनों पर दुगना पार्किंग चार्ज लगाएंगे.

वहीं, शहर के लोगों के लिए 2 पहिया पार्किंग फ्री की जाएगी और चार पहिया पार्किंग के लिए पास का प्रबंध करने का फैसला लिया गया. ऐसे में हरियाणा और पंजाब आने जाने वाले राजनीतिक और अन्य लोगों द्वारा इस फैसले को लेकर विरोध जताया गया. जिसके बाद बीते दिन सलाहकार परिषद की मीटिंग में जब एक राजनीतिक नेता द्वारा पार्किंग के मुद्दे को लेकर सवाल पूछा गया. इस दौरान चंडीगढ़ के प्रशासक ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह इस पर तुरंत पुनर्विचार करके फैसला वापस लें.

डिप्टी मेयर कंवरजीत सिंह ने बताया कि, जिन नियमों को लेकर आम लोगों के सेंटीमेंट को दुख पहुंचता है, उन्हें बदलने में कोई गुरेज नहीं है. बीते दिनों हाउस मीटिंग में और राज्यों से आने वाले वाहनों पर पार्किंग फीस को लेकर एजेंडे पर मुहर लगाई गई थी. उन्होंने कहा कि, हमारे प्रशासक द्वारा राज्यों से आने वाले वाहनों की फीस को लेकर पुनर्विचार करने का फैसला लिया गया है. जिसका चंडीगढ़ नगर निगम स्वागत करता है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा में इलेक्ट्रॉनिक्स वेस्ट रीसाइक्लिंग पॉलिसी बनायेगी सरकार, डिप्टी सीएम ने ड्राफ्ट को लेकर की बैठक

कंवरजीत सिंह ने कहा कि, पार्किंग की सुविधा लोगों के लिए ही बनाई गई है अगर लोगों को इससे तकलीफ पहुंचती है तो इन्हें बदलने में कोई बुराई नहीं है. रही बात आम आदमी पार्टी के पार्षदों से माफी मांगने की, तो बीते दिनों नगर निगम में हुई हाउस मीटिंग के दौरान आम आदमी के पार्षदों सभी कांग्रेसी और भाजपा के पार्षदों को चोर बताया गया था. जिसे भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों द्वारा विरोध किया गया था और आप पार्टी के पार्षद से सबूत भी मांगा गया था. ऐसे में आम आदमी पार्टी के पार्षदों द्वारा किए गए हंगामे के चलते उन्हें हाउस मीटिंग से बाहर निकाला गया और सस्पेंड किया गया था. जबकि, पार्किंग के मुद्दे को लेकर किसी भी पार्षद द्वारा कोई बात नहीं की गई थी. डिप्टी मेयर ने बताया कि, शहर में पार्किंग की सुविधा को सुचारू रूप से चलने के लिए एक नियमित अमाउंट रखा गया है. वहीं, जो लोग रोजाना पार्किंग की फीस नहीं दे सकते उनके लिए पास की सुविधा की गई है. इन पास के चार्ज अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत कम है.

अंडरग्राउंड पार्किंग के बारे में चंडीगढ़ के डिप्टी मेयर कंवर जीत सिंह ने बताया कि, शहर की सभी अंडर पार्किंग का इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं, लोगों पर ही निर्भर है कि वे अपनी कारों को अंडर पार्किंग में नहीं लगवाना चाहते क्योंकि आज के समय में हर किसी को जल्दी है. उन्होंने कहा कि, सेक्टर- 8 की अंदर पार्किंग की रिनोवेशन करवाई जा रही है. जल्द ही उसे आम लोगों के लिए उपलब्ध करवाई जाएगी.

आम आदमी पार्टी के नेता प्रेम गर्ग ने बताया कि पार्किंग के मुद्दे को लेकर हमेशा आम आदमी पार्टी का पक्ष स्पष्ट रहा है कि वह पार्किंग को आम लोगों के लिए फ्री करना चाहती है. वहीं, अगर पार्किंग की जिम्मेदारी देनी है तो ऐसे में मार्केट कमेटी को पार्किंग से संबंधित जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. क्योंकि मौजूदा समय में जो पार्किंग को लेकर कर्मचारी खड़े हैं, वह अपना काम अच्छे से नहीं कर रहे हैं. आज सभी सेक्टरों में खड़ी गाड़ियां गाड़ी के मालिक द्वारा ही लगाई और निकाली जाती है. ऐसे में किसी भी पार्किंग कर्मचारी का सहयोग नहीं मिलता है, जिसके चलते लोग गाड़ी निकलने वाले रास्ते पर ही अपनी गाड़ी पार्क कर देते हैं.

वहीं, अन्य राज्यों से आने वाले वाहन की पार्किंग फीस का मुद्दा हैरान भरा है. आखिर किस आधार पर मेयर और उनके संबंधित अधिकारियों द्वारा राज्यों से आने वाले वाहनों की पार्किंग फीस के फैसले पर मुहर लगाई गई थी. ऐसे में क्या नगर निगम के अधिकारियों द्वारा प्रशासक और सलाहकार को इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई थी.

वहीं, चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित द्वारा इस फैसले को लेकर दोबारा पुनर्विचार करने की बात कही गई है. वही आप सब अपने आसपास की गलतियां निकाल रहे हैं. दूसरी ओर हाउस मीटिंग में आम आदमी पार्टी के पार्षदों द्वारा पार्किंग का मुद्दा उठाया गया था तो उन्हें मेयर के मार्शल हाउस मीटिंग से ही बाहर निकाल दिया था और सभी भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों ने इस पार्किंग के मुद्दे को लेकर एजेंडा पास कर दिया था.

उन्होंने बताया कि, सेक्टर- 17 और सेक्टर- 8 में अंदर पार्किंग बनाई गई है. लेकिन, मौजूदा समय में वाहन या तो चोर उचक्के रह रहे हैं या वहां भूत का डेरा है. ऐसे में नगर निगम को उन सभी अंडर पार्किंग का रिनोवेशन करवाते हुए आम लोगों के लिए सुचारू बनाना चाहिए.

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