चंडीगढ़: मंगलवार को चंडीगढ़ नगर निगम के दौरान विपक्ष का हंगामा देखने को मिला. नगर निगम हाउस मीटिंग में पार्किंग घोटाले का ही बोलबाला रहा. जिस पर विपक्ष ने खूब हंगामा किया. सदन में विपक्ष ने पार्किंग घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर जमकर बवाल काटा. वहीं, हंगामे के बीच चंडीगढ़ मेयर अनूप गुप्ता ने कहा कि घोटाले से संबंधी सभी रिकॉर्ड फाइल सीबाई साथ में लेकर गई है. जिसके बाद AAP पार्षद वेल में आ गए और वहीं पर बैठकर धरना देने लगे.
सदन में पोस्टर बवाल: सदन की बैठक में विपक्षी पार्षद अपने साथ पार्किंग पोस्टर लेकर भी आए थे. विपक्षी पार्षदों ने कमिश्नर और मेयर के सामने पोस्टर लहराए. इस दौरान पोस्टर पर भी काफी बवाल मचा. पोस्टर पर लिखा था कि, 'बीजेपी का हर वादा झूठा है, पार्किंग की आड़ में पब्लिक का पैसा लूटा है'. अन्य पोस्टर में लिखा गया कि था कि 'पार्किंग घोटाले का मास्टरमाइंड निकला भाजपाई है'.
बत्ती गुल, हंगामा फुल: इस दौरान चंडीगढ़ नगर निगम की हाउस बैठक में दो बार लाइट भी चली गई. जिसके कारण सदन में अंधेरा हो जाने की वजह से कुछ देर के लिए सदन की कार्यवाही रोकनी पड़ी. हालांकि कुछ ही देर में लाइट आ गई. लेकिन, इस दौरान दो बार बत्ती गुल हो गई. जिसकी वजह से दोनों बार सदन की कार्यवाही कुछ समय तक बाधित हुई. इसको लेकर भी विपक्षी पार्षदों ने जमकर हल्ला बोला.
पार्षद के आदेश पर अनोखा प्रदर्शन: वहीं, सदन में मेयर अनूप गुप्ता के आदेशों को लेकर भी आप पार्षदों ने प्रदर्शन किया. आप पार्षद सदन में नारियल और लड्डू तथा माला लेकर पहुंचे थे. गौरतलब है कि कुछ ही समय पहले मेयर अनूप गुप्ता ने आदेश जारी किया था कि किसी भी उद्घाटन से पहले उन्हें बताना होगा. इसी आदेश का विरोध करते हुए आप पार्षदों ने सदन में मेयर के सामने माला, नारियल और लड्डू लेकर धरना दिया.
'ठाठ-बाठ पर नहीं विकास कार्य पर ध्यान दें मेयर': इसी के साथ विपक्षी पार्षदों ने शहर में कम्युनिटी सेंटरों को लग्जरी बनाने के एजेंडे का भी विरोध किया. इस दौरान कांग्रेस सचिव गालव ने कहा कि किसी कम्युनिटी सेंटर में एक सोफे का इंतजाम करने के लिए कई पत्र लिखने पड़ते हैं. इतना ही नहीं पत्र लिखे जाने के बाद भी कई सवाल किए जाते हैं. ऐसे में किसी कम्युनिटी सेंटर को लग्जरी बनाना उचिन नहीं, न्याय संगत नहीं. उन्होंने कहा कि मेयर को इतना पैसा इन सब फालतू चीजों को छोड़कर विकास कार्य के लिए जनता की भलाई के लिए लगाना चाहिए.
हंगामे की भेंट चढ़ी हाउस मीटिंग: कुल मिलाकर चंडीगढ़ नगर निगम की हाउस मीटिंग में पार्किंग घोटाले और बाकी अन्य मुद्दों को लेकर भी सिर्फ हंगामा ही हुआ. जिसके कारण शहर के विकास कार्य पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है. सदन में पिछली बार भी हंगाम ही नजर आया है. इस बार भी बैठक में केवल हंगामा था. किसी भी विकास कार्य पर कोई चर्चा नहीं की गई.
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मेयर ने दी सफाई: हाउस मीटिंग के बाद मेयर अनूप गुप्ता ने बताया कि पार्किंग घोटाला जितनी तेजी से सामने आया है, उतनी तेजी से ही इस पर कार्रवाई की गई है. इस बीच 20 दिन के अंदर ही कार्रवाई पूरी की गई है. वहीं, घोटाले के सामने आने के बाद विजिलेंस से लेकर सीबीआई के अधिकारियों द्वारा मामले की कार्रवाई की गई. शुरुआत दौर में चंडीगढ़ पुलिस ने जिस तरह कार्रवाई की है. उनके काम को श्रेय देता हूं मैं उन्हें बधाई देता हूं कि उनकी तरफ से पेड पार्किंग को लेकर निष्पक्ष जांच की गई है. मुजरिमों को गिरफ्तार किया गया है. मेयर अनूप गुप्ता ने कहा कि इस सब का मास्टरमाइंड भी जल्द पकड़ा जाएगा.