चंडीगढ़: सुप्रीम कोर्ट की तरफ से सीनियर वकील और समाजसेवी प्रशांत भूषण के खिलाफ कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट के तहत दोषी करार दिया गया है. जिसको लेकर कई समाजसेवियों और वकीलों की तरफ से प्रशांत भूषण का समर्थन किया जा रहा है.
फिलहाल प्रशांत भूषण के समर्थन में प्रदर्शन भी किया जा रहे हैं इसी तर्ज पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के बाहर कुछ सीनियर वकीलों, समाजसेवियों और लॉ कर रहे छात्रों की तरफ से प्रदर्शन किया गया. मांग की गई है कि प्रशांत भूषण के खिलाफ की जा रही कार्रवाई पर रोक लगाई जाए.
'लोकतांत्रिक देश में सभी को बोलने का हक'
प्रदर्शन में शामिल वकील आरएस बैंस ने कहा कि भारत को लोकतांत्रिक देश कहा जाता है. हर किसी को बोलने का हक है, लेकिन जब बोला जाता है तो उसे इस तरह से चुप किया जाता है. जबकि जो ट्वीट प्रशांत भूषण ने किए थे वो सिर्फ चार जज इसके खिलाफ थे ना कि सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ ऐसे में इस तरह से उनके ऊपर कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट लगाना लोकतांत्रिक हकों का हनन है.
'प्रशांत भूषण के खिलाफ कार्रवाई बंद हो'
उन्होंने कहा कि अदालतों को लंबे समय से बंद रखा गया है, जबकि खुद खुलेआम बाहर घुमा फिरा जा रहा है. ऐसे में जो लोग न्याय का इंतजार कर रहे हैं उनके साथ नाइंसाफी हो रही है. उन्होंने मांग की कि प्रशांत भूषण जो कि सच की आवाज उठा रहे हैं. उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई बंद की जाए.
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