चंडीगढ़: श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने हरियाणा में अब तक का सबसे बड़ा कौशल मूल्यांकन अभियान शुरू किया है. इसके अंतर्गत राज्य के 1076 स्कूलों के 81 हजार से भी ज्यादा विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जाएगा. श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग ने इसके लिए 300 प्रशिक्षित लोगों की टीम मैदान में उतारी है. हरियाणा में कौशल मूल्यांकन अभियान को 15 दिनों में पूरा किया जाएगा. विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि इस अभियान के दौरान विद्यार्थियों को एक सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा.
पलवल जिले के दुधौला स्थित इस विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने इसे अत्यंत महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी अभियान बताया. उन्होंने कहा कि हरियाणा में व्यावसायिक शिक्षा की बुनियाद मजबूत करने के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ढांचा तैयार कर रहा है. कुलपति राज नेहरू ने बताया कि हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 12 सेक्टर में 23 जॉब रोल की व्यावसायिक शिक्षा का मूल्यांकन किया जाएगा.
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प्रदेश में 15 दिनों में पूरा होगा अभियान: हरियाणा के 81 हजार व्यावसायिक शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों का मूल्यांकन श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने अपने हाथ में लिया है. कुलपति राज नेहरू ने बताया कि 15 दिन में इस अभियान में टीमें अलग-अलग स्कूलों में जाकर इन 81 हजार विद्यार्थियों का उनके व्यावसायिक विषय के हिसाब से मूल्यांकन करेगी.
इस दौरान विद्यार्थियों को एक सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा. कुलपति ने बताया कि जब से हरियाणा में देश का पहला राजकीय कौशल विश्वविद्यालय स्थापित हुआ है, तभी से प्रदेश में व्यावसायिक शिक्षा के प्रति एक वातावरण बनना शुरू हुआ है. रोजगार और गुणवत्ता की दृष्टि से यह अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है. व्यावसायिक शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
विश्वविद्यालय ने तैयार किए नए कोर्स: विश्वविद्यालय इन विद्यार्थियों के लिए स्नातकीय और उससे आगे की शिक्षा के हिसाब से कोर्स डिजाइन कर रहा है. स्कूलों में बढ़ते व्यावसायिक शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या एक अच्छा संकेत है, जिससे हरियाणा में कुशल मानवीय संसाधनों में बढ़ोतरी होगी. इससे उद्योग को कुशल कामगार और पेशेवर मिलेंगे.
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इसके साथ ही साथ उत्पादकता की गुणवत्ता भी बढ़ेगी. कुलपति ने कहा कि सरकारी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने कई नए कोर्स डिजाइन किए हैं. यह कोर्स मार्केट की मांग के हिसाब से बनाए गए हैं, ताकि विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले. इससे इंडस्ट्री को प्रशिक्षित और कुशल कर्मी मिलेंगे.
प्रशिक्षित टीम करेगी मूल्यांकन: विश्वविद्यालय के मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग की संयुक्त निदेशक अंबिका पटियाल ने बताया कि इस अभियान को चलाने से पहले हमने 300 से भी ज्यादा लोगों को प्रशिक्षण दिया है. उसके बाद यह टीमें पूरे प्रदेश में भेजी गई हैं. सभी 22 जिलों में यह मूल्यांकन किया जा रहा है. इसी के आधार पर विद्यार्थियों का परिणाम भी तय होगा.
अंबिका पटियाल ने बताया कि विद्यार्थियों में व्यावसायिक शिक्षा के प्रति काफी उत्साह है और टीमों को अच्छा फीडबैक मिलना शुरू हो गया है. यह हरियाणा में व्यावसायिक शिक्षा के भविष्य की ओर एक सुखद संकेत है. इस अभियान में मूल्यांकन एवं प्रमाण विभाग की संयुक्त निदेशक अंबिका पटियाल, बिजनेस हेड सरोज मिश्रा, सहायक कुल सचिव शिखा गुप्ता, परिणाम प्रबंधक आरती कौल सहित विश्वविद्यालय के कई अधिकारी और कर्मचारी इस अभियान का हिस्सा हैं.