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लक्जमबर्ग में चंडीगढ़ का हेरिटेज फर्नीचर नीलाम, 20 लाख रुपये में बिका टीक सोफा - 20 लाख रुपये टीक सोफा नीलाम

बता दें कि 2011 के बाद इस फर्नीचर की नीलामी पर रोक लगा दी गई थी लेकिन फिर भी गैरकानूनी तरीके से इसकी नीलामी की गई है.

chandigarh heritage furniture auction
लक्जमबर्ग में चंडीगढ़ का हेरिटेज फर्नीचर नीलाम
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Published : Jan 11, 2021, 8:52 PM IST

चंडीगढ़: चंडीगढ़ का मॉर्डन आर्किटेक्टचर वर्क विश्व विख्यात है और तस्कर भी इस बात का खूब फायदा उठा रहे हैं. यही वजह है कि बड़े देशों के बाद अब छोटे देशों में भी चंडीगढ़ का हेरिटेज फर्नीचर नीलाम होने लगा है. पहली बार यूरोप के सातवें सबसे छोटे देश लक्जमबर्ग में चंडीगढ़ का हेरिटेज फर्नीचर 1.3 करोड़ रुपये में नीलाम हुआ है.

चंडीगढ़ को डिजाइन करने वाले स्विस आर्किटेक्ट ली कार्बूजिए के कजिन पियरे जेनरे ने इस फर्नीचर को डिजाइन किया था और आज चंडीगढ़ के नाम और जेनरे के अनोखे डिजाइन को करोड़ों रुपये में नीलाम किया जा रहा है. दरअसल र्लक्जमबर्ग के नीलाम घर ने कुल 14 फर्नीचर आइटम नीलामी के लिए चुने थे, जिनमें से 11 नीलाम हो गए. इनमें सबसे महंगा जेनरे का डिजाइन सोफा 20 लाख रुपये में नीलाम हुआ है.

ये आइटम हुए हैं नीलाम

  • दुर्लभ ऑफिस केन चेयर 2.50 लाख
  • एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिस टेबल 13.39 लाख
  • ऑफिस केन चेयर टीक 1.96 लाख
  • ईजी आर्मचेयर 14.73 लाख
  • स्क्वेयर टेबल 5.8 लाख
  • छह डाइनिंग चेयर्स 16.52 लाख
  • लो फायरसाइड चेयर 15.17 लाख
  • स्टूडेंट चेयर 2.23 लाख
  • स्मॉल डेस्क 5.8 लाख

वहीं हेरिटेज प्रोटेक्शन सेल के मेंबर एडवोकेट अजय जग्गा ने ये नीलामी रुकवाने के लिए लक्जमबर्ग में भारत के राजदूत को चिट्ठी लिखकर शिकायत भेजी थी. हालांकि इसके बाद सेक्रेटरी कल्चरल लक्जमबर्ग ने इस फर्नीचर से जुड़े जरूरी जानकारी चंडीगढ़ से मांगी, बावजूद इसके नीलामी रुक नहीं सकी.

ये भी पढ़ें: हरियाणा सरस्वती हेरिटेज डेवेलपमेंट बोर्ड की बैठक में लिया गया फैसला, विश्वस्तरीय टूरिस्ट हब बनेगा पिपली

बता दें कि लगभग हर ऑक्शन की जानकारी पहले से ही प्रशासन और जांच एजेंसियों को दे दी जाती है, लेकिन कभी इसे रोका नहीं गया. दिसंबर 2020 में ही तीन ऑक्शन अलग अलग देशों में हुई थी. आपको ये भी बता दें कि 2011 के बाद इस फर्नीचर की नीलामी पर रोक लगा दी गई थी लेकिन फिर भी गैरकानूनी तरीके से इसकी नीलामी की गई है.

चंडीगढ़: चंडीगढ़ का मॉर्डन आर्किटेक्टचर वर्क विश्व विख्यात है और तस्कर भी इस बात का खूब फायदा उठा रहे हैं. यही वजह है कि बड़े देशों के बाद अब छोटे देशों में भी चंडीगढ़ का हेरिटेज फर्नीचर नीलाम होने लगा है. पहली बार यूरोप के सातवें सबसे छोटे देश लक्जमबर्ग में चंडीगढ़ का हेरिटेज फर्नीचर 1.3 करोड़ रुपये में नीलाम हुआ है.

चंडीगढ़ को डिजाइन करने वाले स्विस आर्किटेक्ट ली कार्बूजिए के कजिन पियरे जेनरे ने इस फर्नीचर को डिजाइन किया था और आज चंडीगढ़ के नाम और जेनरे के अनोखे डिजाइन को करोड़ों रुपये में नीलाम किया जा रहा है. दरअसल र्लक्जमबर्ग के नीलाम घर ने कुल 14 फर्नीचर आइटम नीलामी के लिए चुने थे, जिनमें से 11 नीलाम हो गए. इनमें सबसे महंगा जेनरे का डिजाइन सोफा 20 लाख रुपये में नीलाम हुआ है.

ये आइटम हुए हैं नीलाम

  • दुर्लभ ऑफिस केन चेयर 2.50 लाख
  • एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिस टेबल 13.39 लाख
  • ऑफिस केन चेयर टीक 1.96 लाख
  • ईजी आर्मचेयर 14.73 लाख
  • स्क्वेयर टेबल 5.8 लाख
  • छह डाइनिंग चेयर्स 16.52 लाख
  • लो फायरसाइड चेयर 15.17 लाख
  • स्टूडेंट चेयर 2.23 लाख
  • स्मॉल डेस्क 5.8 लाख

वहीं हेरिटेज प्रोटेक्शन सेल के मेंबर एडवोकेट अजय जग्गा ने ये नीलामी रुकवाने के लिए लक्जमबर्ग में भारत के राजदूत को चिट्ठी लिखकर शिकायत भेजी थी. हालांकि इसके बाद सेक्रेटरी कल्चरल लक्जमबर्ग ने इस फर्नीचर से जुड़े जरूरी जानकारी चंडीगढ़ से मांगी, बावजूद इसके नीलामी रुक नहीं सकी.

ये भी पढ़ें: हरियाणा सरस्वती हेरिटेज डेवेलपमेंट बोर्ड की बैठक में लिया गया फैसला, विश्वस्तरीय टूरिस्ट हब बनेगा पिपली

बता दें कि लगभग हर ऑक्शन की जानकारी पहले से ही प्रशासन और जांच एजेंसियों को दे दी जाती है, लेकिन कभी इसे रोका नहीं गया. दिसंबर 2020 में ही तीन ऑक्शन अलग अलग देशों में हुई थी. आपको ये भी बता दें कि 2011 के बाद इस फर्नीचर की नीलामी पर रोक लगा दी गई थी लेकिन फिर भी गैरकानूनी तरीके से इसकी नीलामी की गई है.

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