चंडीगढ़: इंग्लैंड और अमेरिका में तो अक्सर चंडीगढ़ का हेरिटेज फर्नीचर नीलाम होता रहा है, लेकिन पहली बार यूरोप के छोटे से देश लक्जमबर्ग में भी ये नीलामी होने जा रही है. इस ऑक्शन में चंडीगढ़ की विरासत से जुड़ी 14 आइटम नीलाम होंगी.
लक्जमबर्ग के नीलाम घर में 10 जनवरी को पहली नीलामी होने जा रही है. दुर्भाग्य की बात ये है कि पहले से जानकारी होने के बाद भी इसे पहले की तरह रोका नहीं जा सकेगा. हेरिटेज फर्नीचर की तस्करी के खिलाफ आवाज उठाने वाले हेरिटेज प्रोटेक्शन सेल के मेंबर एडवोकेट अजय जग्गा ने लक्जमबर्ग में भारत के राजदूत संतोष झा को चिट्ठी लिखकर इसे रुकवाने की अपील की है.
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चंडीगढ़ की विरासत से जुड़ी 14 आइटम नीलाम होंगी. जिनकी डेढ़ से पौने दो करोड़ रुपये कीमत प्रस्तावित की गई है. जग्गा ने संतोष झा से आग्रह किया कि वो लोकल जांच एजेंसियों को इस मामले की जांच के आदेश दें. 2011 में गृह मंत्रालय के आदेशों को दरकिनार कर आखिर कैसे ये प्रतिबंधित आइटम लक्जमबर्ग तक पहुंची और नीलाम हो रही हैं.
नीलामी में ये आइटम शामिल
ऑफिस केन चेयर, टीक टेबल, बैकरेस्ट के साथ ऑफिस केन चेयर, सीनेट कमेटी चेयर, ईजी आर्मचेयर, कैफेटेरियर टेबल, डाइनिंग चेयर, लो फायरसाइड चेयर, स्टूडेंट चेयर, स्मॉल डेस्क, टीक सोफा सेट, स्टूल सेट.