चंडीगढ़: मानसून के मौसम में जगह-जगह पानी भरे होने से डायरिया, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है. ऐसे में मानसून के मौसम में होने वाली इन बीमारियों से कैसे बचा जाए. मानसून के मौसम में दूषित पानी और बाहर से खरीद कर खाने वाली चीजों का सेवन करने से टाइफाइड, डायरिया, पीलिया आदि जैसी कई जल-जनित बीमारियां हो सकती हैं.
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जुलाई से सितम्बर तक पड़ने वाली बारिश डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों का कारण बनती हैं. इसलिए समय रहते इलाज के लिए लक्षणों पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो जाता है. चंडीगढ़ स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. सुमन सिंह ने बताया कि इस बार सबसे अधिक बारिश होने के चलते जहां जगह-जगह पानी इकट्ठा हो गया है. इस मौसम में जल जनित (वाटर बॉर्न) संक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा होता है. उन्होंने कहा कि, इस बीमारी के उभरने से पहले ही स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार फील्ड में जाकर काम कर रही है. जिन-जिन स्थानों पर पानी जमा मिलता है, स्वास्थ्य विभाग की टीम उन जगहों पर तेल छिड़ककर मच्छरों को खत्म कर रही है.
चंडीगढ़ में डेंगू के 6 ममले: चंडीगढ़ स्वास्थ्य सेवा निदेशक ने बताया फिलहाल चंडीगढ़ में डेंगू के 6 मरीज सामने आए हैं, जिनकी स्थिति सामान्य है. इसके अलावा अस्पताल में पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बेड से लेकर प्लेटलेट्स सभी तरह के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
डेंगू क्या है?: डॉक्टर के अनुसार डेंगू एक तरह का वायरस है, जो एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू मच्छर दिन में काटता है. इन मच्छरों का प्रकोप बारिश और उसके बाद के मौसम में बढ़ता है. ठहरे हुए पानी में मच्छर अंडे देते हैं और इन्हीं दिनों डेंगू का कहर भी बढ़ता है. गड्ढे, नाली, कूलर, पुराने टायर, टूटी बोतलें, डिब्बों जैसी जगहों में रुके हुए पानी में डेंगू के मच्छर पैदा होते हैं. डेंगू की पुष्टि के लिए एलाइजा जांच (ELISA test) कराना जरूरी होती है.
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डेंगू के लक्षण: डॉक्टर के अनुसार, तेज बुखार आना, पेट दर्द, बार-बार उल्टी होना, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, मुंह, होठ और जीभ का सूखना, आंखें लाल होना डेंगू के लक्षण हैं. इसके अलावा, चिड़चिड़ापन, कमजोरी, हाथ-पैर का ठंडा होना, कई बार त्वचा का रंग बदलना और चकत्ते होना भी डेंगू के लक्षण हैं. अगर ये लक्षण हैं तो बिना देरी किए डॉक्टर को दिखाएं.
डेंगू से बचने के उपाय: डेंगू से बचने के लिए घर के अंदर और बाहर उन सभी जगहों को साफ और सूखा रखें, जहां पानी जमा होने की संभावना है. जैसे पुराने टायर, टूटी बोतल, डिब्बे, कूलर, नालियों को हमेशा साफ करते रहे. इसके अलावा सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. घर में खिड़की और दरवाजे पर नेट लगाने से डेंगू के कहर से बचा जा सकता है. बरसात के मौसम में एसे कपड़े पहनें जो आपके शरीर को पूरी तरह ढके.