चंडीगढ़: पुलवामा हमले ने देश की राजनीति को एक बार फिर गर्मा दिया है. बीते दिनों जम्मू कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक के बयान के बाद विपक्ष भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमलावर है. सत्यपाल मलिक की टिप्पणी को लेकर जहां देश में उथल पुथल मची है. वहीं पुलवामा हमले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने भी केंद्र सरकार को घेरते हुए सत्यपाल मलिक के बयान पर स्पष्टीकरण मांगा है. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चंडीगढ़ सेक्टर-33 में शहीद सेना स्मारक पर पहुंचकर भाजपा सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया.
चंडीगढ़ कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को सेक्टर-33 के शहीद स्मारक पर पहुंचकर पुलवामा हमले के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए पुलवामा घटना की जांच के नतीजे पर केंद्र से जवाब मांगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के जवानों को विमान देने से इनकार क्यों किया गया था, केंद्र सरकार को इस बारे में देश की जनता को बताना चाहिए.
आतंकी हमले की धमकी के बावजूद सेना के जवानों को सड़क मार्ग से जाने के लिए मजबूर किया गया. इस मौके पर चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एच एस लक्की ने भाजपा की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर न्यूनतम शासन और अधिकतम चुप्पी का आरोप लगाया. एच एस लक्की ने पुलवामा घटना पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा किए गए कथित खुलासे पर केंद्र से जवाब देने की मांग की है.
वहीं, चंडीगढ़ युवा कांग्रेस प्रभारी मंजू टंगोर और पार्षद गुरप्रीत सिंह ने कहा कि विश्व गुरु ने लोकतंत्र का एक नया मॉडल बनाया है, जहां लोकतंत्र के प्रतीक और इमारतें हैं, लेकिन लोकतंत्र की मिट्टी अब गायब है. उन्होंने कहा कि आखिर किस परिस्थिति में सीआरपीएफ जवानों को विमान देने से मना किया गया? उन्हें एयरलिफ्ट क्यों नहीं किया गया. जैश की धमकियों को क्यों नजर अंदाज किया गया.
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सत्ता पाने के लिए किसी की भी बलि चढ़ा सकती है. वहीं युवा कांग्रेस ने उपाध्यक्ष दीपक लुबाना के नेतृत्व में युवाओं ने सेक्टर-33 के टेरेस गार्डन से लेकर सेक्टर-34 तक रोष रैली भी निकाली. कांग्रेस नेता दीपक लुबाना का कहना था कि देश के नौजवान अपने देश के लिए कुछ भी कर जाने की भावना के साथ भारतीय सेना में शामिल होते हैं. ऐसे में जवानों की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार इतनी बड़ी अनदेखी कैसे कर सकती है.