चंडीगढ़: चंडीगढ़ पीजीआई में मानवता की एक मिसाल देखने को मिली है. जहां पर 27 साल का अमित जो अब दुनिया को अलविदा कह चुका है, लेकिन उसने दुनिया से विदा लेते हुए 4 लोगों को नई जिंदगी का तोहफा दिया है. अमित की मौत के बाद उसके माता पिता ने उसके अंगों को दान करने का फैसला किया. अमित की दो किडनी और दोनों आंखें दूसरे मरीजों में प्रत्यारोपित की गई जिससे चार मरीजों को नया जीवन मिला है.
गंभीर चोट लगने से हुई थी मौत
जानकारी के मुताबिक अमित कालका के टिपरा गांव का रहने वाला था. 6 अप्रैल की रात को अचानक सीढ़ियों से गिर गया. जिसके बाद उसके सिर पर गंभीर चोटें आई अमित को तुरंत पंचकूला सेक्टर-6 में सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. अमित की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने 7 अप्रैल को उसे चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया. पीजीआई में अमित की हालत देखते हुए उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया, लेकिन 5 दिन की जद्दोजहद के बाद अमित जिंदगी की लड़ाई हार गया.
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मृत्यू के बाद परिजनों ने दी अंगदान की अनुमति
डॉक्टरों ने अमित को बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन इसमें सफल नहीं हो सके. डॉक्टरों ने अमित को ब्रेन डेड घोषित कर दिया. इसके बाद पीजीआई के डॉक्टर्स ने अमित के माता-पिता से उसके अंगों को दान करने के लिए बात की जिसके बाद अमित के माता-पिता ने इसकी अनुमति दे दी.
अमित ने दी चार लोगों को नई जिंदगी
अमित के माता-पिता ने कहा कि मां बाप के लिए उनके बच्चे को खोने का दुख सबसे बड़ा होता है. वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि ऐसा दुख किसी को भी ना देखना पड़े. उन्होंने कहा कि अब अमित इस दुनिया में नहीं रहा, लेकिन वह चार लोगों को नई जिंदगी देकर गया है. उन लोगों में अमित हमेशा जिंदा रहेगा.
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