चंडीगढ़: चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर की साप्ताहिक मंडियों और डे-मार्केट को खोलने की मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही उन 600 सब्जी और वेंडर्स की भी मंजूरी खारिज कर दी जाएगी, जिन्हें लॉकडाउन में शहर की मार्केट में जगह-जगह बैठाया गया था. ये स्ट्रीट वेंडर्स पिछले 9 महीने से नगर निगम को बिना कोई फीस दिए काम कर रहे हैं.
बता दें कि पहले ये वेंडर्स प्रशासन की ओर से चलाई गई बसों में बैठाए गए थे. प्रशासन ने लॉकडाउन में लोगों के घर तक सब्जियां पहुंचाने के लिए बस सर्विस शुरू की थी, जिन्हें बाद मे शहर के अलग-अलग एरिया में बैठा दिया गया, ताकि लोगों को सब्जी और फल खरीदने में परेशानी का सामना न करना पड़े.
सब्जी मंड़ियां खुलने का क्राफ्ड के चेयरमैन हितेश पुरी ने स्वागत किया है. उनका कहना है कि इसकी मांग काफी लंबे समय से लोग कर रहे थे. लोगों को अब गाइडलाइंस को मानते हुए यहां पर खरीददारी करने के लिए आना चाहिए. इस समय शहर में 1000 से ज्यादा सब्जी बेचने वाले वेंडर्स काम कर रहे हैं. जिस कारण शहरवासियों को सब्जियां भी सस्ती और डोर स्टेप पर ही मिल रही है. इन वेंडर्स को लाल रंग के पास जारी किए गए हैं.
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इसके अलावा नगर निगम ने 587 वेंडर्स को रेहड़ी पर फल और सब्जियां बेचने की मंजूरी दी है. इनमें वो वेंडर्स भी शामिल हैं जोकि कर्फ्यू लगने से पहले धोबी, नाई, मोची और साइकिल रिपेयरिंग का काम भी करते थे. नगर निगम कमिश्नर केके यादव जल्द शहर में बैठे हुए सब्जी वेंडर्स को उठाने के आदेश जारी करेंगे.