नई दिल्ली/चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनैतिक दलों में उठापटक तेज हो गई है. इसी कड़ी में आज दिल्ली में हरियाणा भवन में टिकट के दर्जनों दावेदार पहुंचे. जहां नेताओं ने अपना बायोडाटा सीएम मनोहर लाल को सौंपा. इसके अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला भी मौके पर मौजूद रहे. टिकट के सभी दावेदारों ने सुभाष बराला से मिलकर अपनी उम्मीदवारी की बात रखी.
टिकटों को लेकर मारामारी शुरू
हरियाणा के चुनावी रण में ताल ठोंकने को अभी से टिकट की मारामारी शुरू हो गई है. सबसे ज्यादा सत्तारूढ़ भाजपा और उसके बाद कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. भाजपा में एक सीट पर टिकट के कम से कम दस दावेदार हैं. हरियाणा में अक्टूबर के मध्य में विधानसभा चुनाव हैं. 15 सितंबर को चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है. अधिसूचना जारी होने के एक महीने बाद मतदान संभव हैं. राज्य में 90 विधानसभा सीटें हैं. लोकसभा चुनाव में भारी भरकम जीत हासिल करने वाली भाजपा का टिकट हासिल करना फिलहाल कोई बड़ी जंग जीतने से कम नहीं है.
भाजपा के लिए मुश्किल
भाजपा में हर सीट पर टिकट के दावेदारों की संख्या बहुत ज्यादा है. दूसरे राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता भी चाहते हैं कि उन्हें भाजपा की टिकट मिल जाए. वहीं भाजपा सिर्फ और सिर्फ जीतने वाले उम्मीदवारों पर ही दांव खेलना चाहती है. उसकी प्राथमिकता पार्टी के निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं को टिकट देने की रहेगी. भाजपा दूसरे दलों से आने वाले चुनाव जीतने की क्षमता वाले नेताओं को भी टिकट दे सकती है. भाजपा की यह रणनीति उसके लिए घातक भी साबित हो सकती है. दस दावेदारों में से जिन नौ को टिकट नहीं मिलेगा, वह पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं.
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