चंडीगढ़: हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से 78 सीटों पर टिकट आवंटन कर दिया गया है. जिसमे 38 सिटिंग विधायकों को टिकट दिया गया है. साथ ही 7 वर्तमान विधायकों के पार्टी ने टिकट काटे हैं. पहली लिस्ट में 9 महिलाओं को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. पार्टी ने 3 खिलाड़ियों को भी इसमें शामिल किया है.
क्यों हुई पहली लिस्ट में देरी?
भाजपा की तरफ से रविवार रात को हरियाणा बीजेपी की टिकटों की घोषणा होने की संभावना थी. लेकिन हरियाणा के दो केंद्रीय मंत्रियों के पेच के चलते इसकी घोषणा अगले दिन की यानी सोमवार को की गई. हालांकि अभी भी पूरी सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारे गए हैं. जानकारों की मानें तो दो केंद्रीय मंत्री अपनों को टिकट दिलवाने की मांग कर रहे थे, जिस पर मान मनौवल किया गया. हालांकि अभी भी भारतीय जनता पार्टी की तरफ से 12 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की जानी बाकी है.
सीएम मनोहर लाल के आगे सब हुए बेदम!
जैसा कि उम्मीद की जा रही थी कि इस बार टिकट आवंटन में सीएम मनोहर लाल अपनी ताकत दिखाएंगे हुआ भी कुछ ऐसा ही. जो लिस्ट जारी हुई है उसमें सीएम मनोहर लाल के पसंदीदा उम्मीदवार ज्यादा दिखाई देते हैं. जो नेता इस लिस्ट को बदलने का दबाव डाल रहे थे उनकी एक नही चली.
राव इंद्रजीत नहीं दिला पाए चहेतों को टिकट !
दक्षिण हरियाणा में अपना अच्छा खासा प्रभाव रखने वाले हरियाणा के केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह कई सीटों पर अपने खास लोगों को मैदान में उतारना चाहते थे. अभी तक जिस तरह से टिकटों का आवंटन हुआ है, उसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री की चलती नजर आ रही है. जबकि पटौदी से राव इंद्रजीत के करीबी विमला चौधरी की टिकट काट दी गई है, बिमला चौधरी राव की राह पर चलते हुए मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर भी सवाल उठा चुकी है.
बात पुरानी नहीं है, जब बिमला चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से निशाना साधा था. ऐसे में मनोहर लाल ने सत्यप्रकाश जरावता के घर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की थीं. अब जरावता को बिमला चौधरी की जगह टिकट दी गई है. राव के हरियाणा सरकार में एक खास जिन्हें राव इंद्रजीत ने पी पिछली बार टिकट दिलवाई थी, बाद में ये मंत्री, मुख्यमंत्री के करीबी हो गए थे.
ऐसे में मुख्यमंत्री ने इन मंत्री मोहदय को टिकट दिलवा दी है. वहीं गुरुग्राम से विधायक उमेश अग्रवाल ने टिकट कटते देख इंद्रजीत का साथ देते हुए ट्वीट किया, जिसे बाद में हटा लिया, हालांकि बीजेपी ने गुरुग्राम की सीट पर अभी फैसला लंबित रखा है. बीते चुनाव यानी 2014 में दक्षिण हरियाणा में राव इंद्रजीत के कई करीबी विधायक थे. लेकिन इस बार की लिस्ट में सीएम मनोहर लाल का दबदबा दिखाई दे रहा है.
दशहरे के दौरान बिगड़ी, दशहरे से पहले कटी टिकट
फरीदबाद से मंत्री विपुल गोयल की टिकट काट दी गई है. यहां से केंद्रीय मंत्री और विपुल गोयल की जिस तरह से पिछले साल ठनी थी वो सभी के सामने है. इसके बाद दोनों की दूरीयां कम नही हुई. दरअसल पिछले साल दशहरे के दौरान केंद्रीय मंत्री और विपुल गोयल के बीच जमकर तकरार हुई थी. जानकरों की माने तो केंद्रीय मंत्री ने विपुल गोयल की पूरी रिपोर्ट आलाकमान के समक्ष रखी जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ने टिकट कटवाकर नया चेहरा लाये.
राव साहब का पेंडिंग है नाम
बादशपुर से चुनाव मैदान में उतरने वाले राव नरबीर का नाम पहली सूची में नही है. राव नरबीर की टिकट कटने की चर्चा है. लेकिन अभी अटेली सीट पर भी उम्मीदवार की घोषणा बाकी है. राव नरबीर और राव इंद्रजीत के बीच 36 का आंकड़ा रहा है.
राव नरबीर का पहली सूची में नाम न आने की वजह केंद्रीय मंत्री की नाराजगी भी बताई जा रही है, लेकिन राव नरबीर को अटेली से भी उतारने की चर्चा है. वहीं राव नरबीर के करीबी तेजपाल तंवर का पत्ता कट चुका है. राव नरबीर के करीबी तेजपाल तंवर की टिकट कटने के चलते ही कयास लगाए जा रहे है कि अब राव नरबीर का दूसरी लिस्ट में नाम आना मुश्किल होगा.
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