चंडीगढ़: हरियाणा में पेपेर लीक का मामला (Paper Leak Case Haryana) तूल पकड़ चुका है. विपक्ष इस मामले को लेकर लगातार हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है. हाल ही में संपन्न हुए हरियाणा विधानसभा मानसून सत्र (Haryana Vidhan Sabha Monsoon Session) में कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया. अब सदन के बाहर भी नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा पेपर लीक मामले (Bhupinder Hooda Paper Leak Case) को लेकर फ्रंट फुट पर बैटिंग करते नजर आ रहे हैं.
वीरवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda Former CM Haryana) ने सेक्टर-7 स्ठित चंडीगढ़ आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों को लेकर हरियाणा सरकार पर निशाना साधा. पेपर लीक मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा (Bhupinder Hooda Paper Leak Case) ने कहा कि सरकार ने प्रदेश में सरकारी नौकरियों को लेकर परचून की दुकान बना दी है. पैसे लेकर आओ पेपर ले जाओ या नौकरी ले जाओ. हुड्डा ने कहा कि सरकार पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से नहीं करवा रही, क्योंकि सरकार सच सामने आने से डर रही है.
उन्होंने कहा कि मामला दूसरे राज्यों तक पहुंच चुका है. इसलिए सीबीआई जांच जरूरी है. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हमने प्रदेश में मेडिकल कॉलेज बनवाए हैं. जिससे प्रदेश के युवाओं में डॉक्टर बनने की इच्छा जागी थी. जो युवा दूसरे देशों में पढ़ने जाते थे. वो प्रदेश में डॉक्टर की पढ़ाई करने लगे. उस वक्त यहां फीस 8 लाख रुपये थी, लेकिन मौजूदा सरकार ने फीस को बढ़ाकर 22 लाख रुपये कर दिया है. यानी अब हरियाणा में आम आदमी और गरीब का बच्चा डॉक्टर नहीं बन सकता.
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नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार खेल नीति से खिलवाड़ कर रही है. सरकार ने प्रतियोगिताओं को कम कर दिया है. इससे प्रतिभाएं आगे नहीं आ पा रही. सरकार ने खिलाड़ियों को डीएसपी बनाना बंद कर दिया है. हमने जिन खिलाड़ियों को डीएसपी पद दिया था, सरकार उन्हें प्रमोशन नहीं दे रही. हरियाणा की सरकार खिलाड़ियों और खेल नीति को बर्बाद कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश हर क्षेत्र में पिछड़ रहा है और हरियाणा सरकार आंकड़ों में उलझी हुई है. नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा विकास के मामले में बिहार और उत्तर प्रदेश से भी पिछड़ चुका है.
हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (Haryana Staff Selection Commission) ने हरियाणा में 7 अगस्त को सिपाही पद के लिए परीक्षा का आयोजन किया. मॉर्निंग की परीक्षा शांतिपूर्ण रही, लेकिन इवनिंग की परीक्षा पेपर लीक होने की वजह से रद्द (Exam of constable post canceled) कर दी गई. जिससे विद्यार्थियों में रोष बना हुआ है. मामला सामने आने के बाद हरियाणा सरकार की काफी किरकिरी भी हुई है. इस मामले में जम्मू का कनेकशन भी सामने आया है. मामले में कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं दूसरी ओर हरियाणा सरकार इसपर अब बिल भी लेकर आ चुकी है.
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हरियाणा सरकार ने विधानसभा के मानसून सत्र में पेपर लीक और नकल विरोधी कानून (Paper Leak Law Haryana) को पास कर दिया है. ताकि इस तहर की घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके. बता दें कि कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाल भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रहा हैं. सिरसा में उन्होंने कहा था कि बीजेपी सरकार के 7 साल के राज में 28 बार पेपर लीक हुआ, लेकिन अभी तक किसी भी मामले में किसी पर FIR दर्ज नहीं हुई है और ना ही किसी आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.