चंडीगढ़: कृषि कानूनों को लेकर किसान आंदोलन जारी है. इसी बीच बाबा रामदेव ने भी किसान आंदोलन पर प्रतिक्रिया दी है. रामदेव का कहना है कि कृषि कानूनों को लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं. रामदेव ने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता कि एमएसपी समाप्त करने का कोई कार्यक्रम है.
बाबा रामदेव ने कहा कि मंडियां भी समाप्त नहीं हो रही हैं. पहले दूसरी मंडियों में जाने के लिए हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि मंडियों में कुछ दलाल बैठे हैं, जिन्हें परेशानी होगी कि हमारे इलाके का किसान बाहर क्यों जा रहा है.
'किसानों तक अपनी बात पहुंचाना मुश्किल है'
रामदेव ने कहा कि अगर दूसरे रास्ते खोले हैं तो विरोध किस बात का है. आने वाले 25 से 30 साल में एमएसपी समाप्त होगा ऐसा नहीं लगता. बंगाल समेत कई ऐसे राज्य जहां हैं जहां एमएसपी नहीं था वहां भी लागू हो रहा है. रामदेव ने कहा कि किसान तक अपनी बात पहुंचना मुश्किल है, क्योंकि किसान रोजाना टीवी और अखबार नहीं देखते.
योग गुरु रामदेव का कहना है कि अगर पहले ही जागरुकता फैलाई जाती तो ऐसा नहीं होता. रामदेव ने कहा उन्हें लगता है अब भी समझा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि देश बहुत बड़ा है और अफवा फैलाई जा सकती है. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि अगर किसान बिरादरी के नेताओ से पूछें तो वो बता नहीं पाएंगे कि इसमें दिक्कत क्या है.
'पीएम मोदी की मंशा साफ है'
रामदेव ने कहा कि मोदी जी किसी के गुलाम नहीं हैं. उनका किसानों के साथ भी कोई वैर नहीं है. तो आखिर वो किसानों के विरुद्ध नीति क्यों बनाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा बिल्कुल साफ है. लगता है जो काम पहले करना चाहिए था उसमें चूक हुई है. अगर पहले बातचीत का मिलकर प्रोसेस पूरा कर लेते तो दिक्कत नहीं होती.
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