चंडीगढ़: हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि आंदोलनकारी किसानों को कोरोना की जांच और वैक्सीनेशन में सहयोग करना चाहिए. उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि किसान नेताओं के साथ सरकारी अधिकारियों की मीटिंग भी कराई गई, जिसमें किसानों ने टेस्टिंग और वैक्सीनेशन के लिए अपने मंच से अपील करने से मना कर दिया.
अनिल विज ने बताया कि हरियाणा में धरने पर बैठे किसानों को लेकर सरकार की तरफ से 10 दिन से वैक्सीनेशन कैंप लगाया गया है, लेकिन इन 10 दिनों में 2 हजार से भी कम किसानों ने ही टीका लगाया है. उन्होंने कहा कि चिंता की बात है कि लोग वैक्सीनेशन और टेस्टिंग के लिए आगे नहीं आ रहे हैं . एक संक्रमित व्यक्ति खुद भी बीमार होता है और साथ ही दूसरों लोगों को भी बीमार करता है.
वैक्सीनेशन के लिए अतिरिक्त स्थान तय करें
स्वास्थ्य मंत्री ने वैक्सीनेशन के लिए अस्पतालों को अतिरिक्त भवन का इंतजाम करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने का वैक्सीनेशन ही उपाय है, जिसे हम कर रहे हैं. हम 45 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन कर चुके हैं.
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हरियाणा देगा वैक्सीन के ग्लोबल टेंडर
उन्होंने बताया कि हमने ने ग्लोबल टेंडर देकर वैक्सीन कंपनियों से 66 लाख वैक्सीन की डिमांड की हुई है और हमें मिल भी रही हैं. इसके अलावा, आवश्यकता अनुसार हमने ग्लोबल टेंडर करने का फैसला किया है, ताकि विश्व के किसी भी देश से वैक्सीन लाकर प्रदेश की जनता को मुफ्त लगाया जा सके.