चंडीगढ़: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने चंडीगढ़ में नशे के खिलाफ शुरू किए गए 'ऑपरेशन प्रहार' की समीक्षा बैठक ली. अनिल विज ने कहा कि प्रदेश में नशे पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लिए 1 साल के भीतर अलग से हरियाणा नारकोटिक्स ब्यूरो का गठन किया जाएगा ताकि नशे के अवैध धंधे की जड़ों तक पहुंचकर इसमें संलिप्त बड़े तस्करों को दबोचा जा सके.
एक महीने में मिली सफलता
अनिल विज ने इस दौरान ऑपरेशन प्रहार के तहत 1 महीने में मिली सफलता की जानकारी भी साझा की. अनिल विज ने कहा कि 20 नवंबर को हरियाणा में नशा तस्करी के खिलाफ अभियान शुरू किया गया. इस मिशन के तहत अच्छे परिणाम सामने आए हैं.
नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पुलिस ने 1 महीने में 281 केस दर्ज करके 319 लोगों को पकड़ा. पुलिस ने ड्रग्स तस्करी से पकड़े गए लोगों से 5.899 किलो अफीम, 2391.35 किलोग्राम चूरा पोस्त, 9.972 किलोग्राम चरस, 262.37 किलोग्राम गांजा, 2.124 किलो ग्राम स्मैक, 870 ग्राम हेरोइन, नशे की 83446 गोलियां, 2628 कैप्सूल, 335 इंजेक्शन और 1612 सिरप बरामद किए हैं.
गृह विभाग ने जारी किए नंबर
गृह मंत्री अनिल विज ने जनकारी दी कि हरियाणा में नशे पर अंकुश लगाने के लिए अलग से नारकोटिक्स ब्यूरो अगले साल तक गठित कर दिया जाएगा. जिसका प्रमुख एसपी स्तर का अधिकारी होगा.
नशे का कारोबार करने वाले लोगों की जानकारी देने के लिए पुलिस विभाग के टोल फ्री नंबर 18001801314 और मोबाइल नंबर 70870 89947 पर भी जानकारी दी जा सकती है. ऑपरेशन प्रहार की समीक्षा बैठक में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश खुल्लर, हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
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नशे में संलिप्त लोगों की होगी प्रोपर्टी जब्त
अनिल विज ने बताया कि नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान कि हर महा मीटिंग ली जाएगी और उसमें हुई कार वाइफ का रिव्यू किया जाएगा. साथ ही अवैध शराब की तस्करी करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कानून में भी बदलाव का विचार किया जा रहा है ताकि अवैध धंधे में पकड़े जाने वाले वाहनों के अलावा धंधे में संलिप्त लोगों की प्रॉपर्टी को भी अटैच किया जा सके.