चंडीगढ़: हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल (Jp dalal) ने प्रदेश में यूरिया की उपलब्धता की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा सभी राज्यों को उनकी मांग के अनुसार उर्वरक व खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में 17 जनवरी, 2022 तक 8.65 लाख मीट्रिक टन यूरिया की बिक्री हुई है जबकि गत वर्ष इसी अवधि के दौरान 8.42 लाख मीट्रिक टन यूरिया की बिक्री हुई थी, जो इस बात को दर्शाता है कि इस वर्ष किसानों को यूरिया की आपूर्ति पिछले वर्ष की तुलना में 23 हजार मीट्रिक टन अधिक करवाई गई है.
उन्होंने बताया कि आज के दिन राज्य में 36,987 मीट्रिक टन यूरिया स्टॉक (haryana urea fertilizer stock) में उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि जनवरी माह के लिए केन्द्र सरकार ने हरियाणा के लिए 2 लाख मीट्रिक टन यूरिया आवंटित किया है, जिसमें से 1,24,070 मीट्रिक टन प्राप्त हो चुका है. कृषि मंत्री ने कहा कि परमात्मा की कृपा है कि समय-समय पर बारिश होने से किसानों का रबी फसलों की सिंचाई पर होने वाला खर्च भी बचा है और आशा है कि इस बार फिर रबी फसलों का रिकॉर्ड उत्पादन होगा.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 में फसलों की पैदावार 18420 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर थी, जो वर्ष 2020-21 में बढ़कर 19622 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर हुई है. जेपी दलाल ने इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि चालू रबी मौसम के दौरान प्रदेश में लगभग 10 लाख एकड़ भूमि में सरसों की तथा लगभग 62 लाख एकड़ में गेहूं की बिजाई हुई है. सरकार की प्राथमिकता है कि सही समय पर किसान की फसल तैयार हो और खाद्यान्नों का उत्पादन बढ़े.
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कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश का केन्द्रीय पूल में योगदान निरंतर बना रहे, इसके लिए केन्द्र और राज्य सरकार किसानों को समय-समय पर विभिन्न योजनाओं के द्वारा अनेक सुविधाएं मुहैया करवा रही है. विभाग द्वारा रबी और खरीफ बुआई सीजन के शुरू होने से पहले ही कृषि आदानों जैसेकि उर्वरक, उत्तम बीज, खरपतवार व कीटनाशक की उपलब्धता के अग्रिम प्रबन्ध किए जाने से प्रदेश में पूर्व वर्षोें की तुलना में फसलों की पैदावार के निर्धारित लक्ष्य से लगभग 6 प्रतिशत पैदावार अधिक हुई है.
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